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Health

चने के सत्तू में नींबू का रस: गर्मी के लिए वरदान है यह देसी सुपरफूड, जानें फायदे और रेसिपी

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चिलचिलाती गर्मी, तेज धूप और पसीने से तरबतर कर देने वाली उमस। ऐसे मौसम में शरीर जवाब देने लगता है और हमें तलाश होती है किसी ऐसी चीज की जो पल भर में ठंडक और ताजगी दे दे। कोल्ड ड्रिंक्स और पैकेट वाले जूस कुछ देर के लिए भले ही अच्छे लगें, लेकिन सेहत के लिए वे अक्सर नुकसानदायक होते हैं। ऐसे में हमारे देश की पारंपरिक रसोई से निकला एक देसी सुपरफूड ‘सत्तू’ किसी वरदान से कम नहीं है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब इस चने के सत्तू में नींबू का रस मिलाया जाता है, तो क्या होता है?

इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि यह सिर्फ स्वाद बढ़ाने का एक तरीका नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक गहरा पोषण विज्ञान छिपा है। यह लेख आपको बताएगा कि सत्तू के फायदे क्या हैं, नींबू के साथ इसका मेल इसे और भी शक्तिशाली कैसे बना देता है, और आप गर्मी से राहत पाने के लिए इससे कौन-सी स्वादिष्ट और सेहतमंद रेसिपीज बना सकते हैं।

सत्तू और नींबू: एक शक्तिशाली जोड़ी के पीछे का विज्ञान

एक आम सवाल जो पाठक अक्सर पूछते हैं, वह यह है कि सत्तू में नींबू क्यों मिलाया जाता है। यह सिर्फ स्वाद के लिए नहीं है, बल्कि यह एक ‘न्यूट्रिशनल सिनर्जी’ (nutritional synergy) यानी पोषक तालमेल का बेहतरीन उदाहरण है।

  • सत्तू के गुण: भुने हुए चने से बना सत्तू प्लांट-बेस्ड प्रोटीन, डायटरी फाइबर, आयरन और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स का एक उत्कृष्ट स्रोत है।
  • नींबू के गुण: नींबू विटामिन C का भंडार है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है।

यहाँ विज्ञान काम करता है: हमारे शरीर के लिए पौधों से मिलने वाले आयरन (जिसे नॉन-हीम आयरन कहते हैं) को सीधे तौर पर सोखना थोड़ा मुश्किल होता है। यहीं पर विटामिन C अपनी भूमिका निभाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन C, नॉन-हीम आयरन के अवशोषण को कई गुना बढ़ा देता है। इसलिए, जब आप सत्तू में नींबू का रस मिलाते हैं, तो आप न केवल उसे स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि सत्तू में मौजूद आयरन को अपने शरीर के लिए अधिक उपलब्ध भी कराते हैं। यह संयोजन आयरन की कमी दूर करने के उपाय में भी सहायक हो सकता है।

‘गरीबों का प्रोटीन’ नहीं, ‘सबका सुपरफूड’ है सत्तू: 5 बड़े फायदे

सत्तू को अक्सर ‘गरीबों का प्रोटीन’ कहा जाता रहा है, लेकिन इसके गुण इसे ‘सबका सुपरफूड’ बनाते हैं।

1. गर्मी में दे ठंडक और लू से बचाए

गर्मी में सत्तू पीने के फायदे में सबसे प्रमुख है इसकी ठंडक देने वाली तासीर। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है। जब इसे पानी में घोलकर पिया जाता है, तो यह शरीर को हाइड्रेट करता है और पसीने के जरिए निकले जरूरी मिनरल्स और सॉल्ट्स की भरपाई करता है, जिससे लू लगने का खतरा कम हो जाता है।

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2. तुरंत एनर्जी देने वाला पावरहाउस

सत्तू कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर को तुरंत लेकिन स्थिर (sustained) ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) कम होता है, जिसका अर्थ है कि यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाता। यह इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए भी एक अच्छा विकल्प बनाता है (सीमित मात्रा में)।

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3. पाचन को रखे दुरुस्त, कब्ज से दिलाए राहत

सत्तू में अघुलनशील फाइबर (insoluble fiber) भरपूर मात्रा में होता है। यह फाइबर हमारी आंतों के लिए ‘सफाई करने वाले ब्रश’ की तरह काम करता है। यह आंतों की कार्यप्रणाली को सुधारता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।

4. वजन घटाने और मसल्स बनाने में मददगार

प्रोटीन युक्त शाकाहारी भोजन की सूची में सत्तू का स्थान बहुत ऊपर है। उच्च प्रोटीन और फाइबर के कारण, सत्तू पीने के बाद पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है, जिससे आप बेवजह खाने से बचते हैं। यह वजन प्रबंधन में मदद करता है। साथ ही, इसका प्रोटीन मांसपेशियों की मरम्मत और निर्माण के लिए भी फायदेमंद है।

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5. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

सत्तू शरीर को हाइड्रेट करता है और जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है, जिसका सीधा असर आपकी त्वचा और बालों पर दिखता है। आयरन की बेहतर आपूर्ति बालों को मजबूती देती है और हाइड्रेशन त्वचा को चमकदार बनाए रखने में मदद करता है।

विशेषज्ञ की राय

“सत्तू एक पारंपरिक, न्यूट्रिएंट-डेंस फूड है जो आधुनिक जीवनशैली के लिए भी बेहद प्रासंगिक है। इसका लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स, हाई-प्रोटीन और हाई-फाइबर प्रोफाइल इसे वजन प्रबंधन और डायबिटीज-फ्रेंडली डाइट के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनाता है। नींबू के साथ इसका सेवन आयरन के अवशोषण को बढ़ाकर इसके पोषण मूल्य को और भी बढ़ा देता है।” – सुश्री दिव्या चौहान, क्लिनिकल डायटीशियन, अपोलो हॉस्पिटल्स

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गर्मी से राहत के लिए सत्तू की 2 स्वादिष्ट और सेहतमंद रेसिपी

चने का सत्तू कैसे बनाएं और पिएं, यह बहुत आसान है। यहाँ दो क्लासिक रेसिपी दी गई हैं:

रेसिपी 1: नमकीन सत्तू शरबत (खट्टा-मीठा ट्विस्ट)

यह सबसे लोकप्रिय सत्तू शरबत रेसिपी है, जो तुरंत ताजगी देती है।

सामग्री:

  • चने का सत्तू: 4 बड़े चम्मच
  • ठंडा पानी: 2 गिलास
  • नींबू का रस: 2 चम्मच
  • भुना जीरा पाउडर: 1 छोटा चम्मच
  • काला नमक: स्वादानुसार
  • बारीक कटा हुआ प्याज: 1 छोटा चम्मच (वैकल्पिक)
  • बारीक कटी हुई हरी मिर्च और पुदीने के पत्ते: गार्निशिंग के लिए

विधि:

  1. एक बड़े कटोरे में सत्तू डालें।
  2. थोड़ा-थोड़ा करके ठंडा पानी डालें और चम्मच से लगातार हिलाते रहें ताकि गांठें न पड़ें।
  3. जब सत्तू अच्छी तरह घुल जाए, तो बाकी का पानी भी मिला दें।
  4. अब इसमें नींबू का रस, भुना जीरा पाउडर और काला नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
  5. अगर पसंद हो तो बारीक कटा प्याज भी डालें।
  6. गिलास में डालकर, पुदीने की पत्तियों और हरी मिर्च से सजाकर तुरंत परोसें।

रेसिपी 2: मीठा सत्तू शरबत (एनर्जी बूस्टर)

यह रेसिपी बच्चों को बहुत पसंद आती है और तुरंत एनर्जी देती है।

सामग्री:

  • चने का सत्तू: 4 बड़े चम्मच
  • ठंडा दूध या पानी: 2 गिलास
  • गुड़ का पाउडर या चीनी: स्वादानुसार (गुड़ एक सेहतमंद विकल्प है)
  • इलायची पाउडर: एक चुटकी

विधि:

  1. एक कटोरे में सत्तू और गुड़ का पाउडर (या चीनी) मिलाएं।
  2. धीरे-धीरे ठंडा दूध या पानी डालें और गांठें खत्म होने तक अच्छी तरह फेंटें।
  3. इलायची पाउडर डालकर मिलाएं।
  4. गिलास में डालकर ठंडा-ठंडा परोसें।
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सेवन करते समय इन बातों का रखें ध्यान

  • मात्रा: सत्तू फायदेमंद है, लेकिन इसका सेवन भी संतुलित मात्रा में करें। एक दिन में 1-2 गिलास पर्याप्त है।
  • गैस की समस्या: अगर आपको बहुत ज्यादा गैस बनती है, तो सत्तू का सेवन रात के समय करने से बचें, क्योंकि यह पचने में भारी हो सकता है।
  • पानी की मात्रा: सत्तू पीने के बाद दिन भर पर्याप्त पानी पिएं, क्योंकि इसका उच्च फाइबर ठीक से काम करने के लिए पानी की मांग करता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

सत्तू पीने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

सत्तू पीने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट या दोपहर में जब गर्मी चरम पर हो, तब होता है। सुबह यह दिन भर के लिए ऊर्जा देता है और दोपहर में यह गर्मी और थकान से बचाता है।

बेसन और सत्तू में क्या अंतर है?

यह एक बहुत महत्वपूर्ण सवाल है। बेसन कच्चे चने का आटा होता है, जिसे पकाया जाना ज़रूरी है। जबकि सत्तू, भुने हुए चने का आटा होता है और इसे बिना पकाए सीधे पानी या दूध में घोलकर पिया जा सकता है।

क्या सत्तू रोज पी सकते हैं?

हाँ, गर्मी के मौसम में संतुलित मात्रा में सत्तू का सेवन रोज किया जा सकता है। यह आपको हाइड्रेटेड और ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करेगा।

निष्कर्ष

सत्तू के फायदे इसे सिर्फ एक साधारण पेय से कहीं बढ़कर बनाते हैं। यह पोषण, स्वाद और परंपरा का एक अनूठा संगम है। नींबू के रस के साथ इसका संयोजन न केवल स्वाद को बढ़ाता है बल्कि इसके पोषण मूल्य, विशेषकर आयरन के अवशोषण को भी बढ़ा देता है।

तो, इस गर्मी में जब भी आप थका हुआ या डिहाइड्रेटेड महसूस करें, तो महंगे और अनहेल्दी ड्रिंक्स को छोड़कर, अपनी जड़ों से जुड़ें और इस देसी सुपरफूड ‘सत्तू’ को अपनाएं। यह न केवल आपकी प्यास बुझाएगा, बल्कि आपको भीतर से पोषण देकर स्वस्थ और ऊर्जावान भी बनाएगा।

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