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Health

गर्मी में प्याज खाने से क्या होता है?

गर्मी में प्याज खाने से क्या होता है?

गर्मी में प्याज (Onion) का सेवन भारतीय रसोई की एक पुरानी परंपरा है, जिसे आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही समर्थन देते हैं। जैसे ही तापमान बढ़ता है और लू का खतरा मंडराने लगता है, शरीर को ठंडक और अंदरूनी सुरक्षा की जरूरत होती है। ऐसे में प्याज एक प्राकृतिक उपाय के रूप में सामने आता है, जो न केवल शरीर को ठंडा रखता है बल्कि गर्मी से जुड़ी कई समस्याओं से भी बचाता है।

शरीर को ठंडक प्रदान करता है प्याज

प्याज को ‘नेचुरल कूलेंट’ कहा जाता है, क्योंकि यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है। गर्मी में जब शरीर का तापमान बढ़ जाता है, तो प्याज उसे संतुलित करता है। खासतौर पर कच्चा प्याज – जैसे सलाद में – खाना शरीर को अंदर से ठंडक देता है। आयुर्वेद में इसे ‘शीतवीर्य’ बताया गया है, यानी ऐसी वस्तु जो शरीर की गर्मी कम करती है।

लू (Heatstroke) से सुरक्षा

गर्मी में लू लगने की समस्या आम है, खासकर उत्तर भारत में जहां तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। इस स्थिति में प्याज बेहद प्रभावी माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि किसी को लू लग गई है तो उसके पैरों के तलवों और सीने पर प्याज का रस लगाने से राहत मिल सकती है। इसके अलावा कच्चा प्याज खाने से लू लगने की संभावना भी घटती है।

हाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखता है

गर्मी के मौसम में शरीर से पसीना अधिक निकलता है, जिससे इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। प्याज में पोटैशियम, सोडियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं जो शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखते हैं। इससे डिहाइड्रेशन की समस्या से बचा जा सकता है।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

प्याज में क्वेरसेटिन (Quercetin) नामक एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो शरीर में सूजन को कम करता है और गर्मी के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाव करता है। इसके अलावा यह रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को भी बढ़ाता है।

त्वचा को धूप से बचाता है

गर्मी में त्वचा पर टैनिंग और सनबर्न आम समस्याएं हैं। प्याज का सेवन त्वचा को अल्ट्रावायलेट (UV) किरणों से होने वाले नुकसान से भी कुछ हद तक बचाता है। पारंपरिक चिकित्सा में प्याज का रस त्वचा पर लगाने की सलाह भी दी जाती है।

पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है

गर्मी में अक्सर पाचन तंत्र सुस्त हो जाता है। प्याज में मौजूद फाइबर, विशेष रूप से फ्रुक्टूलिगोसेकेराइड्स (Fructooligosaccharides), अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है जो आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। इससे गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याएं कम होती हैं।

किस तरह से करें सेवन?

गर्मी में प्याज का सबसे अच्छा उपयोग सलाद के रूप में किया जा सकता है। इसे नींबू और काले नमक के साथ खाना स्वाद और सेहत दोनों के लिहाज से फायदेमंद है। कुछ लोग कच्चा प्याज दही में मिलाकर रायता बनाते हैं, जो और भी ठंडक देने वाला होता है। प्याज को सुबह खाली पेट नहीं खाना चाहिए, इससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है।

वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक समर्थन

आधुनिक रिसर्च और आयुर्वेद दोनों ही प्याज के इन फायदों की पुष्टि करते हैं। आयुर्वेद में प्याज को ‘बल्य’ और ‘दीपन’ कहा गया है – यानी शरीर को ताकत देने वाला और पाचन को सुधारने वाला। वहीं कई वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि प्याज में पाए जाने वाले यौगिक गर्मी में शरीर को गर्मी के प्रभाव से बचाने में प्रभावशाली होते हैं।

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