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Health

रात में योग करने से मिलते हैं चौंकाने वाले फायदे! जानिए कौनसे योगासन दिलाएंगे गहरी नींद और मजबूत पाचन

रात में योग करने से मिलते हैं चौंकाने वाले फायदे! जानिए कौनसे योगासन दिलाएंगे गहरी नींद और मजबूत पाचन

आज के समय मे अच्छी सेहत होना बेहद ही आवश्यक है और अच्छी सेहत के लिए रोजाना व्यायाम एवं योगा करना बहुत ही जरूरी है . व्यायाम एवं योगा न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित करने का माध्यम हैं, बल्कि सही समय और तरीके से किए गए योगासन जीवनशैली संबंधी कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मददगार होते हैं। आमतौर पर लोग योग को सुबह के समय करने की सलाह देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ योगासन ऐसे भी हैं, जिन्हें रात के समय करने से विशेष लाभ मिलते हैं। Yoga for Life की को-फाउंडर और योगा ट्रेनर कविता अरोड़ा बताती हैं कि कैसे रात के समय योगासन करने से न केवल पाचन क्रिया में सुधार होता है, बल्कि अच्छी नींद भी आती है और तनाव भी दूर होता है।

रात के समय योग करना क्यों है फायदेमंद? (Benefits Of Doing Yoga At Night)

रात को सोने से पहले किया गया योग दिनभर की थकान को दूर करता है, मानसिक तनाव को कम करता है और मांसपेशियों की जकड़न को हल्का करता है। योगा विशेषज्ञों के अनुसार, यदि रात के भोजन के एक से दो घंटे बाद कुछ विशेष योगासन किए जाएं तो यह पाचन में सुधार के साथ-साथ नींद की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाते हैं। इससे नींद आने में आसानी होती है और अगली सुबह शरीर ऊर्जावान महसूस करता है।

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वज्रासन: रात के खाने के तुरंत बाद भी कर सकते हैं

वज्रासन एकमात्र ऐसा योगासन है जिसे खाने के तुरंत बाद किया जा सकता है। यह आसन पाचन क्रिया को तेज करता है और रक्त संचार को सुधारता है। योग विशेषज्ञों के अनुसार, रात के खाने के बाद 5 से 10 मिनट तक वज्रासन में बैठने से पेट हल्का महसूस होता है और गैस, अपच जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके साथ ही यह आसन पैरों और जांघों में रक्त प्रवाह को नियंत्रित करता है जिससे पाचन तंत्र को अधिक ऊर्जा मिलती है।

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सुप्त बद्ध कोणासन: पीसीओडी और तनाव के लिए असरदार

यह आसन बिस्तर पर लेटकर किया जा सकता है और इसे करने के लिए पैरों को तितली की तरह खोलकर धीरे-धीरे अंदर-बाहर की ओर गति करनी होती है। Supta Baddha Konasana न केवल तनाव कम करता है बल्कि प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक होता है। कविता अरोड़ा के अनुसार, यह योगासन Polycystic Ovary Disease (PCOD) जैसी समस्याओं में राहत देता है और हार्मोनल संतुलन को बनाए रखता है।

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सेतु बंधासन: थायराइड और इम्यूनिटी के लिए लाभदायक

Setu Bandhasana यानी ब्रिज पोज को रात के समय गतिशील रूप से किया जाना चाहिए। इसमें सांस लेते हुए कूल्हों को ऊपर उठाया जाता है और सांस छोड़ते हुए नीचे लाया जाता है। इसे स्थिर रूप में करने से पेट पर दबाव पड़ सकता है, जो रात में वांछनीय नहीं होता। यह योगासन रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, पाचन क्रिया को सुधारता है और थायराइड ग्रंथि के लिए भी लाभकारी है। विशेषज्ञ इसके 20 राउंड करने की सलाह देते हैं।

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शवासन और योग निद्रा: माइंडफुलनेस और बेहतर नींद के लिए

शवासन शरीर को पूरी तरह से विश्राम देने वाला आसन है। इसमें शरीर को पूरी तरह ढीला छोड़कर लेटा जाता है, जिससे तनाव और चिंता में कमी आती है। इस स्थिति में Yoga Nidra का अभ्यास किया जा सकता है, जो माइंडफुलनेस को बढ़ाता है और डिप्रेशन के लक्षणों को कम करता है। 10 से 15 मिनट की योग निद्रा से एकाग्रता में सुधार होता है और नींद की गुणवत्ता बढ़ती है।

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प्राणायाम: योग निद्रा के बाद मानसिक शांति के लिए

योग निद्रा के बाद कुछ हल्के Pranayama अभ्यास जैसे भ्रामरी, अनुलोम-विलोम या ओम का उच्चारण किया जा सकता है। यह मानसिक तनाव को कम करने में मदद करते हैं और नींद को बेहतर बनाते हैं। यह अभ्यास न केवल मन को शांत करते हैं बल्कि शरीर के सभी तंत्रों को संतुलित कर समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

रात के योग के लिए ज़रूरी सावधानियां

कविता अरोड़ा बताती हैं कि रात के खाने के तुरंत बाद कोई भी ऐसा योगासन नहीं करना चाहिए जिससे पेट पर दबाव पड़े। इससे पाचन प्रक्रिया बाधित हो सकती है और एसिडिटी-Acidity जैसी समस्याएं हो सकती हैं। केवल वज्रासन को छोड़कर सभी योगासन भोजन के कम से कम एक घंटे बाद करने चाहिए।

योग और समग्र स्वास्थ्य

योग न केवल शारीरिक थकान को दूर करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारता है। यह नींद की गुणवत्ता को बढ़ाता है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और जीवन की गुणवत्ता को संपूर्ण रूप से सुधारता है। विशेषकर रात के समय योग करने से अगले दिन तरोताजा महसूस होता है और मानसिक रूप से स्थिरता बनी रहती है।

रात में योग करते समय इन बातों का रखें ध्यान

  • योगासन सोने से 30–45 मिनट पहले करें।
  • गहरी सांसों पर फोकस करें, तेज़ गति वाले आसनों से बचें।
  • शरीर पर ज़ोर न डालें; सिर्फ शांत और सहज योग करें।
  • आरामदायक कपड़े पहनें और शांत जगह चुनें।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

योग गुरु और न्यूट्रिशनिस्ट का मानना है कि:

रात में योगासन शरीर को रिलैक्स करने का बेहतरीन तरीका है। ये न सिर्फ नींद लाने में मदद करता है, बल्कि सुबह उठने पर एनर्जेटिक महसूस कराने में भी मददगार होता है।
डॉ. कविता मेहरा, योगा एक्सपर्ट

निष्कर्ष:

अगर आप गहरी नींद नहीं ले पा रहे हैं या अक्सर रात को पेट भारी महसूस होता है, तो रात में हल्का योग आपकी हेल्थ रूटीन का गेम-चेंजर हो सकता है। न सिर्फ यह आपकी नींद को बेहतर करेगा, बल्कि दिनभर की थकावट और स्ट्रेस को भी कम करेगा। तो अगली बार जब आप नींद की गोलियों के बारे में सोचें, एक बार योगा मैट पर बैठकर शवासन जरूर ट्राय करें!

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