किचन में मौजूद ये साधारण मसाला है विटामिन B12 का भंडार है, अंडे और चिकन से भी ज्यादा पॉवरफुल

भारतीय किचन में जीरा एक ऐसा मसाला है जो हर घर में आसानी से मिल जाता है। इसका इस्तेमाल हम अक्सर तड़का लगाने, सलाद या रायते में स्वाद बढ़ाने के लिए करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है? जी हां, जीरा विटामिन B12 का एक बेहतरीन स्रोत है।
विटामिन B12 हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। इसकी कमी से शरीर में थकान, कमजोरी, याददाश्त की समस्या, तंत्रिका तंत्र में परेशानी और एनीमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आमतौर पर विटामिन B12 की बात आते ही मांसाहारी चीजें जैसे मांस, मछली और अंडे का नाम लिया जाता है। लेकिन अगर आप शाकाहारी हैं और मांसाहार नहीं खाते, तो जीरा आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
इसे आप अपने खाने में तड़के के रूप में, रायते या सलाद में डालकर आसानी से खा सकते हैं। बस रोजाना थोड़ा सा जीरा खाने से न सिर्फ स्वाद बढ़ेगा, बल्कि शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी मिलेंगे। इसलिए जीरा को अपने खाने में जरूर शामिल कीजिए।
इस तरह करें जीरे का सेवन? (How To Consume Cumin Seeds)
जीरा, जिसे वैज्ञानिक भाषा में Cuminum cyminum कहा जाता है, हमारे किचन का आम लेकिन बेहद फायदेमंद मसाला है। इसमें विटामिन B12 अच्छी मात्रा में होता है, जो शरीर में ऊर्जा बनाए रखने और दिमाग को सक्रिय रखने के लिए जरूरी है। अगर आपको विटामिन B12 की कमी है, तो जीरा आपकी मदद कर सकता है।
आप इसे अपनी डाइट में कई आसान तरीकों से शामिल कर सकते हैं। जैसे– जीरे को पीसकर पाउडर बना लें और हल्दी, दही या सूप में मिलाकर खाएं। यह न सिर्फ स्वाद बढ़ाएगा बल्कि सेहत को भी फायदा देगा। इसके अलावा सुबह खाली पेट जीरे का पानी पीना भी बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए रातभर एक चम्मच जीरा पानी में भिगो दें और सुबह छानकर पी लें।
ये आसान उपाय आपकी सेहत को बेहतर बना सकते हैं और विटामिन B12 की कमी से भी बचा सकते हैं।
जीरा (Cumin) सिर्फ एक मसाला नहीं, बल्कि सेहत का खजाना है। इसमें फाइबर, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन A, C, E और बी-कॉम्प्लेक्स के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होते हैं। आइए जानते हैं जीरा खाने से होने वाले प्रमुख फायदे:
जीरा से होने वाले फायदे (Benefits of jeera)
1. पाचन में सुधार करता है
जीरा गैस, अपच और एसिडिटी जैसी पाचन संबंधी समस्याओं में राहत देता है। यह पाचन एंजाइम्स को एक्टिव कर पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है।

2. वजन घटाने में मददगार
जीरे का पानी शरीर को डिटॉक्स करता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे वजन कम करने में सहायता मिलती है।
3. इम्यूनिटी बढ़ाता है
जीरा एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।

4. ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है
शोध के अनुसार जीरा इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाकर ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।

5. खून की कमी (एनीमिया) में फायदेमंद
जीरा आयरन का अच्छा स्रोत है, जिससे शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद मिलती है।
6. स्किन और बालों के लिए अच्छा
जीरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स स्किन को हेल्दी और बालों को मजबूत बनाते हैं।

7. सर्दी-खांसी में राहत
अगर आपको सर्दी और खांसी बार बार लगती है तो आप जीरे का सेवन कर सकते है। जीरे का गर्म पानी पीने से गले की खराश, कफ और खांसी में राहत मिलती है।

विटामिन B12: एक आवश्यक पोषक तत्व
विटामिन B12, जिसे कोबालामिन भी कहा जाता है, एक जल में घुलनशील विटामिन है जो शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आवश्यक है, जैसे:
- लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण
- डीएनए और आरएनए संश्लेषण
- तंत्रिका तंत्र का समुचित कार्य
- ऊर्जा उत्पादन में सहायता
शरीर विटामिन B12 का उत्पादन नहीं कर सकता, इसलिए इसे आहार या सप्लीमेंट्स के माध्यम से प्राप्त करना आवश्यक होता है।
मसालों में विटामिन B12 की वास्तविकता
अनेक मसालों की पोषण संबंधी जानकारी के अनुसार, जैसे कि हल्दी और जीरा, इनमें विटामिन B12 की मात्रा शून्य होती है। उदाहरण के लिए:
- हल्दी (Turmeric): 100 ग्राम हल्दी में विटामिन B12 की मात्रा 0 माइक्रोग्राम होती है।
- जीरा (Cumin): 100 ग्राम जीरे में भी विटामिन B12 की मात्रा 0 माइक्रोग्राम होती है।
इसलिए, यह दावा कि ये मसाले विटामिन B12 के समृद्ध स्रोत हैं, तथ्यात्मक रूप से गलत है।
विटामिन B12 के प्रमुख स्रोत
विटामिन B12 मुख्यतः पशु-आधारित खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। इसके प्रमुख स्रोतों में शामिल हैं:
- मांस और अंग मांस: जैसे कि यकृत और किडनी, जो विटामिन B12 से भरपूर होते हैं।

- मछली और समुद्री भोजन: जैसे कि क्लैम्स, सार्डिन्स, और टूना।

- डेयरी उत्पाद: दूध, पनीर, और दही।

- अंडे: विशेषकर अंडे की जर्दी।

- फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ: जैसे कि विटामिन B12 से समृद्ध ब्रेकफास्ट सीरियल्स और न्यूट्रिशनल यीस्ट।
नोट: शाकाहारी और विशेष रूप से शुद्ध शाकाहारी (Vegan) व्यक्तियों को विटामिन B12 की कमी का अधिक खतरा होता है, क्योंकि उनके आहार में पशु-आधारित उत्पाद नहीं होते। ऐसे में, फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों या सप्लीमेंट्स का सेवन आवश्यक हो सकता है।
विशेषज्ञों की राय
पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन B12 की कमी से एनीमिया, तंत्रिका तंत्र की समस्याएं, और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, विशेषकर शाकाहारी व्यक्तियों को अपने विटामिन B12 स्तर की नियमित जांच करानी चाहिए और आवश्यकतानुसार सप्लीमेंट्स का सेवन करना चाहिए।