कब्ज, गैस,पेट फूलना आदि की शिकायत, जानें हार्वर्ड के डॉक्टर द्वारा बताये गए 4 चमत्कारी घरेलू नुस्खे, आज ही आजमाएं

पेट फूलना, गैस और कब्ज जैसी समस्याएं आजकल हर उम्र के लोगों को परेशान कर रही हैं। गलत खानपान, तनाव, कम शारीरिक गतिविधि और प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन इसके प्रमुख कारण हैं। लेकिन अच्छी खबर यह है कि कुछ सरल और प्रभावशाली घरेलू उपायों से इन समस्याओं से राहत पाई जा सकती है।
हाल ही में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से संबद्ध एक गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट ने पेट की सेहत सुधारने के लिए कुछ आसान उपाय बताए हैं, जो न केवल वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हैं, बल्कि भारतीय रसोई में आसानी से उपलब्ध भी हैं।
समस्या की जड़: पेट फूलना, गैस और कब्ज क्यों होते हैं?

पेट फूलना, गैस और कब्ज जैसी समस्याएं आज की जीवनशैली में बेहद आम हो गई हैं, लेकिन इनका लगातार होना एक गंभीर संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में कुछ गड़बड़ चल रहा है। आइए जानते हैं कि आखिर ये समस्याएं क्यों होती हैं और किन आदतों की वजह से ये बार-बार लौटती हैं:
1. फाइबर की कमी
फाइबर यानी रेशेदार तत्व हमारे पाचन तंत्र को सुचारु रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि आप रोज़ाना फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज (जैसे ओट्स, दलिया, चना, राजमा आदि) नहीं खाते हैं, तो आपकी आंतों में मल आसानी से नहीं निकलता, जिससे कब्ज और पेट फूलने की समस्या होती है।
रोजाना कम से कम 25–30 ग्राम फाइबर का सेवन करें।

2. प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन
बाजार में मिलने वाले पैकेज्ड स्नैक्स, फास्ट फूड, और डिब्बाबंद खाने में ट्रांस फैट, अधिक नमक, और कम फाइबर होता है। यह भोजन ना सिर्फ पचने में भारी होता है बल्कि यह आंतों की गति को धीमा करता है और गैस बनने का खतरा बढ़ाता है।
हर दिन प्रोसेस्ड फूड लेने की आदत पाचन तंत्र को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है।

3. कम पानी पीना
पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना शरीर के अंदर मौजूद टॉक्सिन्स (विषाक्त तत्वों) को बाहर नहीं निकलने देता। इससे मल कठोर हो जाता है और कब्ज की समस्या शुरू हो जाती है। साथ ही गैस भी आंतों में फंसी रह जाती है, जिससे पेट भारी लगता है।
दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं।

4. तनाव और चिंता
आपका मस्तिष्क और पेट आपस में गहराई से जुड़े हुए हैं। जब आप ज्यादा तनाव में रहते हैं, तो यह आपकी डाइजेस्टिव नर्व्स को प्रभावित करता है, जिससे एसिडिटी, गैस, पेट दर्द या मल त्याग में रुकावट जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं।
ध्यान, योग, और गहरी साँस लेने की तकनीकें मानसिक शांति के साथ पेट को भी स्वस्थ रखती हैं।

5. शारीरिक गतिविधि की कमी
आजकल की बैठने वाली जीवनशैली (Sedentary Lifestyle) में लोग घंटों कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं, जिससे आंतों की मांसपेशियां निष्क्रिय हो जाती हैं। इससे पाचन धीमा होता है और गैस बनती है।
हार्वर्ड डॉक्टर का सुझाव

हार्वर्ड से संबद्ध एक गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट के अनुसार, चिया सीड्स का नियमित सेवन पाचन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। चिया सीड्स में उच्च मात्रा में फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आंतों की सेहत को सुधारते हैं और कब्ज से राहत दिलाते हैं।
कैसे करें सेवन:
- एक गिलास पानी में एक चम्मच चिया सीड्स भिगोकर रातभर रखें और सुबह खाली पेट सेवन करें।
- इन्हें स्मूदी, दही या सलाद में भी मिलाया जा सकता है।
अन्य प्रभावशाली घरेलू उपाय
1. अजवाइन और हींग का पानी
अजवाइन में थाइमोल और हींग में एंटी-गैस एजेंट्स होते हैं, जो पाचन क्रिया को सुधारते हैं और गैस की समस्या से राहत दिलाते हैं।
कैसे बनाएं:
- एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन और एक चुटकी हींग डालकर उबालें।
- इसमें थोड़ा काला नमक मिलाकर गुनगुना सेवन करें।
2. जीरा, धनिया और सौंफ की चाय
ये तीनों मसाले पाचन क्रिया को सक्रिय करते हैं और पेट की गैस को कम करते हैं।
कैसे बनाएं:
- समान मात्रा में जीरा, धनिया और सौंफ को एक कप पानी में उबालें।
- छानकर गुनगुना सेवन करें, विशेषकर भोजन के बाद।
3. पवनमुक्तासन
यह योगासन पेट की गैस को बाहर निकालने में मदद करता है और पाचन क्रिया को सुधारता है।
कैसे करें:
- पीठ के बल लेटकर एक पैर को मोड़ें और घुटने को छाती की ओर लाएं।
- दोनों हाथों से घुटने को पकड़ें और सिर को घुटने से मिलाएं।
- कुछ सेकंड रुककर सामान्य स्थिति में लौटें।
- दूसरे पैर से भी यही प्रक्रिया दोहराएं।
किन चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए
हमारी दैनिक जीवनशैली का हमारे पाचन तंत्र पर सीधा असर पड़ता है। यदि हम कुछ बातों का नियमित रूप से ध्यान रखें, तो पेट फूलना, गैस और कब्ज जैसी समस्याएं अपने आप दूर हो सकती हैं। नीचे दी गई आदतें आपकी लाइफस्टाइल में शामिल होनी चाहिए:
1. संतुलित और फाइबर युक्त आहार लें
आपकी थाली में हमेशा फाइबर से भरपूर चीजें होनी चाहिए जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, साबुत अनाज, ओट्स आदि। फाइबर न केवल पाचन में मदद करता है, बल्कि आंतों को भी सक्रिय रखता है जिससे कब्ज की संभावना कम होती है।
2. भोजन धीरे-धीरे और चबा कर खाएं
तेजी से खाना खाने से हवा पेट में चली जाती है, जिससे गैस और पेट फूलने की समस्या होती है। भोजन को अच्छी तरह चबाकर और आराम से खाने से पाचन आसान होता है।
3. पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं
दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पीएं। पानी शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और आंतों को भी नरम बनाए रखता है, जिससे कब्ज नहीं होता।
4. शारीरिक गतिविधि करें
रोजाना हल्का व्यायाम, योग या वॉक करना पाचन तंत्र को एक्टिव बनाता है। खासकर खाने के बाद 10-15 मिनट की हल्की वॉक बहुत फायदेमंद होती है।
5. तनाव से दूर रहें
तनाव और चिंता भी गैस और अपच का कारण बन सकते हैं। ध्यान, योग और भरपूर नींद से मानसिक शांति बनी रहती है और पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है।
अन्य उपयोगी सुझाव
- पानी का सेवन बढ़ाएं: दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीएं।
- फाइबर युक्त आहार लें: फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन बढ़ाएं।
- तनाव कम करें: योग और ध्यान के माध्यम से मानसिक तनाव को कम करें।
- नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि करें।
(FAQs)
Q1: क्या चिया सीड्स का सेवन सभी के लिए सुरक्षित है?
A1: हां, लेकिन यदि आपको किसी विशेष खाद्य पदार्थ से एलर्जी है या कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
Q2: अजवाइन और हींग का पानी कब पीना चाहिए?
A2: भोजन के बाद या जब भी गैस की समस्या हो, तब गुनगुना सेवन करें।
Q3: पवनमुक्तासन कितनी बार करना चाहिए?
A3: रोजाना सुबह खाली पेट 3-5 बार करें।
Q4: क्या इन उपायों से तुरंत राहत मिलती है?
A4: अधिकांश मामलों में इन उपायों से कुछ ही समय में राहत मिलती है, लेकिन यदि समस्या बनी रहे, तो डॉक्टर से संपर्क करें।