सत्तू का सेवन गर्मियों में आपके पाचन से लेकर हड्डियों को बनाएगा मजबूत, जानें एक्सपर्ट से इसे इस्तेमाल करने का तरीका

Sattu ke fayde: गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंडक और ऊर्जा प्रदान करने के लिए पारंपरिक पेय पदार्थों का सेवन लाभकारी होता है। ऐसा ही एक पारंपरिक और पोषक तत्वों से भरपूर पेय है सत्तू, जो विशेष रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में लोकप्रिय है। सत्तू मुख्यतः भूने हुए चने या जौ से तैयार किया जाता है और इसे “गरीबों का प्रोटीन” भी कहा जाता है। इस लेख में हम सत्तू के स्वास्थ्य लाभ, सेवन के तरीके और इससे जुड़ी सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे।
सत्तू के स्वास्थ्य लाभ (Sattu ke labh)
1. पाचन में सुधार
सत्तू में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। यह आंतों की सफाई में भी मदद करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।

2. हड्डियों को मजबूत बनाना
सत्तू में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस जैसे खनिज पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। नियमित सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डी संबंधी बीमारियों से बचाव हो सकता है।

3. ऊर्जा प्रदान करना
सत्तू में मौजूद जटिल कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन शरीर को स्थायी ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो शारीरिक श्रम करते हैं या गर्मियों में थकान महसूस करते हैं।
4. शरीर को ठंडक प्रदान करना
सत्तू का सेवन शरीर को अंदर से ठंडक प्रदान करता है, जिससे गर्मियों में लू और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से बचाव होता है। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है।
5. वजन प्रबंधन में सहायक
सत्तू में उच्च मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होता है, जो लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है और अनावश्यक खाने की इच्छा को कम करता है। यह वजन घटाने में सहायक हो सकता है।

सत्तू का सेवन कैसे करें (sattu ka sewan kese kare)
1. सत्तू शरबत
सामग्री:
- 2 चम्मच सत्तू पाउडर
- 1 गिलास ठंडा पानी
- चुटकी भर काला नमक
- 1/2 नींबू का रस
- भुना हुआ जीरा पाउडर (वैकल्पिक)
विधि:
सभी सामग्री को एक गिलास में अच्छी तरह मिलाएं और ठंडा-ठंडा सेवन करें।

2. सत्तू पराठा
सामग्री:
- 1 कप गेहूं का आटा
- 1/2 कप सत्तू
- बारीक कटा हुआ प्याज, हरी मिर्च, धनिया
- नमक और मसाले स्वादानुसार
विधि:
सत्तू में सभी सामग्री मिलाकर स्टफिंग तैयार करें। आटे की लोई में स्टफिंग भरकर पराठा बेलें और तवे पर सेंकें।

3. सत्तू लड्डू
सामग्री:
- 1 कप सत्तू
- 1/2 कप गुड़ या शक्कर
- 2 चम्मच घी
- सूखे मेवे (वैकल्पिक)
विधि:
सत्तू को घी में भूनें, फिर गुड़ और सूखे मेवे मिलाकर लड्डू बना लें।
सत्तू का सेवन करने से जुडी सावधानियां
- सत्तू का अधिक सेवन गैस या अपच की समस्या पैदा कर सकता है, इसलिए सीमित मात्रा में सेवन करें।
- जिन लोगों को चने से एलर्जी है, उन्हें सत्तू से परहेज करना चाहिए।
- गुर्दे या पित्त की पथरी वाले मरीजों को सत्तू का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: क्या सत्तू का सेवन रोजाना किया जा सकता है?
उत्तर: हां, सत्तू का सेवन रोजाना किया जा सकता है, लेकिन सीमित मात्रा में।
प्रश्न 2: क्या सत्तू वजन घटाने में मदद करता है?
उत्तर: हां, सत्तू में फाइबर और प्रोटीन की उच्च मात्रा होती है, जो वजन प्रबंधन में सहायक होती है।
प्रश्न 3: क्या सत्तू डायबिटीज के मरीजों के लिए सुरक्षित है?
उत्तर: सत्तू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयुक्त हो सकता है, लेकिन सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
निष्कर्ष
सत्तू एक पारंपरिक और पोषक तत्वों से भरपूर आहार है, जो गर्मियों में शरीर को ठंडक और ऊर्जा प्रदान करता है। इसके नियमित सेवन से पाचन सुधार, हड्डियों की मजबूती और वजन प्रबंधन में मदद मिलती है। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में और सावधानीपूर्वक करना चाहिए।