कुछ लोगों को ज्यादा मच्छर क्यों काटते हैं? वजह आपका ब्लड ग्रुप या पसीना तो नहीं?

Why do mosquitoes like my blood: क्या आपके साथ भी ऐसा होता है? आप दोस्तों के साथ शाम को बाहर बैठे हों, और सारे मच्छर बस आप पर ही हमला कर रहे हों, जबकि आपके बगल में बैठे दोस्त को एक भी मच्छर न काट रहा हो। यह एक बहुत ही आम अनुभव है और अक्सर लोग मज़ाक में कहते हैं कि “तुम्हारा खून मीठा है।” लेकिन क्या वाकई ऐसा है? या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण है? अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि कुछ लोगों को मच्छर ज्यादा क्यों काटते हैं (Kuch jayada logo ko machar kyu kaatte hai), तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं।
इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि यह सिर्फ एक संयोग नहीं है। इसके पीछे हमारी शारीरिक बनावट, रसायन और यहाँ तक कि हमारे कपड़ों के रंग की भी भूमिका होती है। वैज्ञानिकों ने दशकों के शोध के बाद कुछ ऐसे ठोस कारण खोज निकाले हैं जो बताते हैं कि क्यों कुछ लोग मच्छरों के लिए ‘चुंबक’ की तरह काम करते हैं। आइए, इन दिलचस्प वैज्ञानिक कारणों की गहराई से पड़ताल करते हैं।
मच्छर अपने ‘शिकार’ को कैसे चुनते हैं?
इससे पहले कि हम कारणों को जानें, यह समझना ज़रूरी है कि मच्छर हमें ढूंढते कैसे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मादा मच्छर (केवल मादा मच्छर ही खून चूसती है क्योंकि उसे अंडे देने के लिए प्रोटीन की ज़रूरत होती है) अपने शिकार को चुनने के लिए कई संवेदी अंगों का इस्तेमाल करती है। वे लगभग 50 मीटर की दूरी से ही हमारी सांसों द्वारा छोड़ी गई कार्बन डाइऑक्साइड (CO_2) को महसूस कर सकती हैं। जैसे ही वे नज़दीक आती हैं, वे शरीर की गंध, गर्मी और दृश्य संकेतों का उपयोग करके अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना साधती हैं।

क्या आप भी हैं मच्छरों के लिए ‘मैग्नेट’? जानिए 6 वैज्ञानिक कारण
यहाँ कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं, जो वैज्ञानिक अध्ययनों पर आधारित हैं:
1. आपकी सांसें (कार्बन डाइऑक्साइड – CO2)
यह मच्छरों को आकर्षित करने वाला सबसे बड़ा कारक है। हम सभी सांस छोड़ते समय कार्बन डाइऑक्साइड निकालते हैं, और मच्छर इसे दूर से ही सूंघ लेते हैं। जो लोग अधिक मात्रा में CO2 निकालते हैं, वे मच्छरों को ज्यादा आकर्षित करते हैं।
- कौन निकालता है ज्यादा CO2?: बड़े आकार के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं और व्यायाम करने वाले लोग आराम कर रहे लोगों की तुलना में अधिक कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं। यही कारण है कि कसरत के बाद आपके आसपास मच्छर ज्यादा मंडराते हैं।

2. आपकी त्वचा की गंध (स्किन माइक्रोबायोम)
यह सबसे महत्वपूर्ण और जटिल कारकों में से एक है। हमारी त्वचा पर लाखों सूक्ष्मजीव (bacteria) रहते हैं, जिन्हें स्किन माइक्रोबायोम कहा जाता है। जब हमारा पसीना इन बैक्टीरिया के संपर्क में आता है, तो वे पसीने में मौजूद यौगिकों को तोड़कर एक विशेष गंध पैदा करते हैं। हर व्यक्ति की यह गंध अलग होती है। सेल (Cell) जर्नल में प्रकाशित एक हालिया स्टडी के अनुसार, जिन लोगों की त्वचा पर कुछ खास तरह के एसिड (जैसे कार्बोक्सिलिक एसिड) की मात्रा अधिक होती है, वे मच्छरों को कहीं ज्यादा आकर्षित करते हैं। यही कारण है कि आपका ‘बॉडी ओडोर’ मच्छरों के लिए किसी दावत के निमंत्रण जैसा हो सकता है।

3. आपका ब्लड ग्रुप (Blood Group)
यह एक आम धारणा है, और कई अध्ययनों में इस पर शोध भी हुआ है। एक आम सवाल जो पाठक अक्सर पूछते हैं, वह है कि क्या ब्लड ग्रुप से फर्क पड़ता है। एक अध्ययन के अनुसार, ‘O’ ब्लड ग्रुप वाले लोग ‘A’ ब्लड ग्रुप वालों की तुलना में मच्छरों को लगभग दोगुना आकर्षित करते हैं। ‘B’ ब्लड ग्रुप वाले लोग बीच में कहीं आते हैं। माना जाता है कि लगभग 85% लोग अपनी त्वचा के माध्यम से एक रासायनिक संकेत छोड़ते हैं जो उनके ब्लड ग्रुप को इंगित करता है, और मच्छर इस संकेत को पहचान सकते हैं।

4. आपके कपड़ों का रंग
मच्छर शिकार को खोजने के लिए अपनी आंखों का भी इस्तेमाल करते हैं, खासकर दिन के आखिरी पहर में। वैज्ञानिकों ने पाया है कि मच्छर कुछ रंगों की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं।
- पसंदीदा रंग: काला, नेवी ब्लू, गहरा लाल और नारंगी।
- कम पसंदीदा रंग: हरा, नीला, बैंगनी और सफेद। गहरे रंग गर्मी को ज्यादा सोखते हैं और इंसानी परछाई से मिलते-जुलते हैं, जिससे मच्छर उन्हें आसानी से देख पाते हैं। इसलिए, अगर आप मच्छरों से बचना चाहते हैं, तो हल्के रंग के कपड़े पहनना एक अच्छा विचार हो सकता है।
5. शरीर की गर्मी और पसीना
मच्छर गर्मी के प्रति आकर्षित होते हैं। हमारा शरीर लगातार गर्मी छोड़ता है, जो मच्छरों के लिए एक संकेत है। इसके अलावा, हमारे पसीने में लैक्टिक एसिड, यूरिक एसिड और अमोनिया जैसे यौगिक होते हैं, जिन्हें मच्छर सूंघ सकते हैं। जब आप व्यायाम करते हैं, तो आपके शरीर का तापमान और पसीने में लैक्टिक एसिड की मात्रा दोनों बढ़ जाती है, जिससे आप मच्छरों के लिए एक आसान लक्ष्य बन जाते हैं।

“यह सच है कि कुछ लोग जेनेटिक और मेटाबोलिक कारणों से मच्छरों को अधिक आकर्षित करते हैं। लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि हम इन कारकों को बदल नहीं सकते। हम जो कर सकते हैं, वह है प्रभावी निवारक उपाय अपनाना। भारत में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारियां मच्छरों से फैलती हैं, इसलिए व्यक्तिगत सुरक्षा सर्वोपरि है।” – डॉ. संजीव कुमार, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), नई दिल्ली]
मच्छरों से बचने के असरदार उपाय
यह जानकर निराश न हों कि आपका शरीर मच्छरों को आकर्षित करता है। मच्छरों से बचने के उपाय अपनाकर आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी इन निवारक उपायों पर जोर देता है:
- सही रिपेलेंट का प्रयोग करें: DEET, पिकारिडिन (Picaridin) या नींबू-यूकेलिप्टस के तेल वाले कीट निरोधकों का प्रयोग करें। इन्हें अपनी खुली त्वचा और कपड़ों पर लगाएं।
- पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें: खासकर शाम और सुबह के समय, जब मच्छर सबसे अधिक सक्रिय होते हैं, तो हल्के रंग के, पूरी आस्तीन वाले कपड़े पहनें।
- मच्छरदानी का उपयोग करें: सोते समय मच्छरदानी का उपयोग मच्छरों से बचने का सबसे सुरक्षित और प्रभावी तरीका है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां मच्छर जनित बीमारियां आम हैं।
- रुके हुए पानी को हटाएं: अपने घर के आसपास किसी भी बर्तन, कूलर, या गमले में पानी जमा न होने दें। मच्छर रुके हुए पानी में ही अंडे देते हैं।
- सही समय चुनें: अगर संभव हो तो सूर्योदय और सूर्यास्त के समय बाहर जाने से बचें।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
क्या मीठा खाने से या “मीठा खून” होने से मच्छर ज्यादा काटते हैं?
यह एक मिथक है। आपके खून में शुगर की मात्रा से मच्छरों के काटने का कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया है। मच्छरों का आकर्षण शरीर की गंध, CO_2 और गर्मी पर निर्भर करता है।
क्या परफ्यूम या डियोड्रेंट मच्छरों को आकर्षित करते हैं?
हां, कुछ फूलों या मीठी खुशबू वाले परफ्यूम मच्छरों को आकर्षित कर सकते हैं क्योंकि वे फूलों के रस को भी अपने भोजन के रूप में इस्तेमाल करते हैं। बेहतर है कि बाहर जाते समय हल्की या बिना खुशबू वाले उत्पादों का प्रयोग करें।
मच्छर के काटने पर इतनी खुजली क्यों होती है?
जब मच्छर काटता है, तो वह अपनी लार त्वचा में छोड़ देता है। इस लार में मौजूद प्रोटीन के खिलाफ हमारा शरीर एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (immune response) देता है, जिससे हिस्टामाइन (histamine) नामक एक रसायन निकलता है। यही हिस्टामाइन खुजली, सूजन और लालिमा का कारण बनता है।
निष्कर्ष
तो अगली बार जब कोई कहे कि आपका खून मीठा है, तो आप उन्हें बता सकते हैं कि मामला इससे कहीं ज्यादा वैज्ञानिक और जटिल है। आपका जेनेटिक्स, आपकी त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया, आपकी सांस और यहां तक कि आपके कपड़ों का रंग भी यह तय करता है कि मच्छर आपको ज्यादा क्यों काटते हैं।
अच्छी खबर यह है कि कारण चाहे जो भी हो, बचाव के तरीके हम सभी के लिए समान रूप से प्रभावी हैं। रिपेलेंट का उपयोग करके, सही कपड़े पहनकर और मच्छरदानी का उपयोग करके, आप इन बिन बुलाए मेहमानों से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। भारत में, विशेषकर मानसून के मौसम में, यह जानकारी केवल सुविधा के लिए नहीं, बल्कि डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाव के लिए भी महत्वपूर्ण है। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।