माथे पर फिटकरी घिसने से क्या होता है? एक्सपर्ट्स से जानें फायदे, नुकसान और बेहतर उपाय

सदियों से भारतीय घरों में फिटकरी (Alum) का इस्तेमाल होता आया है। आपने अपने बड़ों को इसे आफ्टरशेव के रूप में या पानी साफ करने के लिए इस्तेमाल करते हुए देखा होगा। हाल ही में, सोशल मीडिया पर यह दावा तेजी से वायरल हो रहा है कि माथे पर फिटकरी घिसने से “चेहरे का नूर बढ़ता है” और “धूप की टैनिंग गायब हो जाती है”। यह नुस्खा सस्ता और आसान होने के कारण कई लोगों को आकर्षित कर रहा है।
लेकिन क्या चेहरे की नाजुक त्वचा, खासकर माथे पर, फिटकरी को सीधे घिसना सुरक्षित है? क्या यह वास्तव में टैनिंग और कालेपन को दूर कर सकता है? इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि त्वचा विशेषज्ञ इस अभ्यास को लेकर गंभीर चेतावनी देते हैं। आइए, एक स्वास्थ्य पत्रकार के दृष्टिकोण से इस वायरल नुस्खे की वैज्ञानिक पड़ताल करें और जानें कि फिटकरी के फायदे और नुकसान चेहरे के लिए (Fitkari ke fayde or nuksaan) क्या हैं, और इससे बेहतर व सुरक्षित विकल्प क्या हो सकते हैं।
फिटकरी क्या है और यह कैसे काम करती है?
फिटकरी, जिसका रासायनिक नाम पोटेशियम एल्यूमीनियम सल्फेट है, एक प्रकार का खनिज नमक है। इसके मुख्य रूप से दो गुण होते हैं जिनकी वजह से इसका पारंपरिक रूप से उपयोग किया जाता है:
- एस्ट्रिंजेंट (Astringent): इसका अर्थ है कि यह त्वचा के ऊतकों (tissues) को सिकोड़ने की क्षमता रखती है। इसी गुण के कारण यह आफ्टरशेव के रूप में छोटे-मोटे कट से निकलने वाले खून को रोकने और रोमछिद्रों (pores) को कसने में मदद करती है।
- एंटी-सेप्टिक (Antiseptic): इसमें हल्के एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो कीटाणुओं को पनपने से रोकते हैं।
इन्हीं गुणों के आधार पर यह दावा किया जाता है कि यह त्वचा को साफ और टाइट बनाकर ग्लो लाती है।
माथे पर फिटकरी घिसने के ‘खतरनाक’ नुकसान
एक आम सवाल जो पाठक अक्सर पूछते हैं, “अगर यह शेविंग के बाद सुरक्षित है, तो चेहरे पर क्यों नहीं?” इसका जवाब त्वचा की प्रकृति और उपयोग के तरीके में छिपा है।
1. त्वचा को अत्यधिक सुखाना (Extreme Skin Dehydration)
फिटकरी का एस्ट्रिंजेंट गुण बहुत शक्तिशाली होता है। जब आप इसे माथे पर घिसते हैं, तो यह त्वचा के प्राकृतिक तेल (sebum) और नमी को पूरी तरह से छीन लेती है। इससे त्वचा बेहद रूखी, खिंची हुई और बेजान हो सकती है।
2. स्किन बैरियर को नुकसान (Damage to the Skin Barrier)
हमारी त्वचा की सबसे ऊपरी परत, जिसे स्किन बैरियर या एसिड मैंटल कहा जाता है, हमारी रक्षा करती है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी (AAD) के विशेषज्ञ त्वचा के इस बैरियर को स्वस्थ रखने पर जोर देते हैं। फिटकरी को घिसने से दो तरह से नुकसान होता है:
- माइक्रो-एब्रेशन (Micro-abrasions): इसका क्रिस्टल रूप त्वचा पर सूक्ष्म खरोंचें पैदा कर सकता है।
- pH संतुलन बिगाड़ना: यह त्वचा के प्राकृतिक pH संतुलन को बिगाड़ सकता है। यह दोहरा हमला स्किन बैरियर को कमजोर कर देता है, जिससे त्वचा संक्रमण और जलन के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती है।
3. जलन, खुजली और रैशेज
संवेदनशील त्वचा पर, फिटकरी का सीधा संपर्क गंभीर जलन, लालिमा और खुजली पैदा कर सकता है, जिसे ‘इरिटेंट कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस’ (Irritant Contact Dermatitis) कहते हैं।

4. लंबे समय में पिगमेंटेशन का बढ़ना
यह सबसे बड़ा विरोधाभास है। आप टैनिंग हटाने के लिए फिटकरी का उपयोग करते हैं, लेकिन इससे होने वाली लगातार जलन और सूजन के कारण आपकी त्वचा ‘पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन’ (Post-inflammatory Hyperpigmentation) का शिकार हो सकती है, जिससे आपका माथा पहले से भी ज्यादा काला पड़ सकता है।
तो टैनिंग और चेहरे का नूर बढ़ाने के सुरक्षित उपाय क्या हैं?
अगर फिटकरी सही उपाय नहीं है, तो फिर क्या है? यहां कुछ विज्ञान-समर्थित और सुरक्षित विकल्प दिए गए हैं।
टैनिंग हटाने के लिए (To Remove Tan)
टैनिंग हटाने के घरेलू उपाय में सौम्यता महत्वपूर्ण है।
- जेंटल एक्सफोलिएशन: हफ्ते में एक या दो बार बेसन और दही का पैक लगाएं। दही में मौजूद लैक्टिक एसिड धीरे-धीरे मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाता है।
- विटामिन C सीरम: विटामिन C एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो मेलेनिन उत्पादन को नियंत्रित करके टैनिंग और दाग-धब्बों को हल्का करता है।
- सनस्क्रीन: टैनिंग से बचने का सबसे अच्छा तरीका है रोज सनस्क्रीन लगाना।
चेहरे पर ग्लो लाने के उपाय (To Increase Facial Glow)
- सही मॉइस्चराइजर: अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार एक अच्छा मॉइस्चराइजर चुनें जो त्वचा को हाइड्रेटेड और स्वस्थ रखे।
- हाइड्रेशन: दिन भर में पर्याप्त पानी पिएं।
- संतुलित आहार: एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फल और सब्जियां खाएं।
- नियासिनामाइड (Niacinamide): यह त्वचा की बनावट में सुधार करता है, रोमछिद्रों को छोटा करता है और त्वचा को एक समान रंगत देता है।

विशेषज्ञ की राय
“चेहरे पर फिटकरी जैसे खुरदरे क्रिस्टल को सीधे घिसना एक बहुत ही खराब आईडिया है। इससे त्वचा पर सूक्ष्म खरोंचें आ सकती हैं और गंभीर ‘इरिटेंट कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस’ हो सकता है। इसके एस्ट्रिंजेंट गुण चेहरे की त्वचा के लिए बहुत कठोर हैं। टैनिंग और डलनेस के लिए, मैं रोजाना सनस्क्रीन का उपयोग करने और ग्लाइकोलिक एसिड जैसे सौम्य एक्सफोलिएंट्स या विटामिन C सीरम को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सलाह देता हूँ।” – डॉ. राहुल यादव, एमडी (त्वचा विशेषज्ञ),
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(FAQs)
लेकिन फिटकरी का उपयोग तो आफ्टरशेव के रूप में किया जाता है, वह क्यों ठीक है?
आफ्टरशेव के रूप में फिटकरी का उपयोग शेविंग से हुए छोटे कट से खून बहने को रोकने के लिए किया जाता है। इसे कुछ सेकंड के लिए गीली त्वचा पर लगाया जाता है और फिर धो दिया जाता है। यह माथे की सूखी और नाजुक त्वचा पर क्रिस्टल को घिसने से बहुत अलग है।
क्या फिटकरी का पानी बनाकर इस्तेमाल करना सुरक्षित है?
हालांकि फिटकरी का पानी कम अपघर्षक होता है, लेकिन यह अभी भी एक बहुत शक्तिशाली एस्ट्रिंजेंट है जो चेहरे के लिए अत्यधिक सुखाने वाला और जलन पैदा करने वाला हो सकता है। इससे बचना ही बेहतर है।
सन टैन के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपाय क्या है?
दही (लैक्टिक एसिड के लिए) और बेसन (सौम्य एक्सफोलिएशन के लिए) से बना फेस पैक एक बहुत ही सुरक्षित विकल्प है। धूप से झुलसी त्वचा को शांत करने के लिए एलोवेरा जेल लगाना भी बहुत फायदेमंद होता है।