रोजाना कॉफी में घी डालकर पीना: फायदे, नुकसान और क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

ghee wali coffee peene se kya hota hai

Ghee Wali Coffee ke Fayde: पिछले कुछ सालों में स्वास्थ्य और वेलनेस की दुनिया में कई नए ट्रेंड्स आए हैं, और इन्हीं में से एक है सुबह की कॉफी में एक चम्मच घी या मक्खन मिलाकर पीना। इसे अक्सर ‘बुलेटप्रूफ कॉफी’ के नाम से भी जाना जाता है। इसके समर्थक दावा करते हैं कि यह न केवल दिन भर के लिए भरपूर ऊर्जा देता है, बल्कि वजन घटाने में मदद करता है और मानसिक स्पष्टता (mental clarity) को भी बढ़ाता है। कुछ डाइटिशियन और फिटनेस गुरु इसे 3 महीने तक लगातार सेवन करने की सलाह भी देते हैं।

लेकिन क्या ये दावे सच हैं? क्या अपनी सुबह की प्यारी कॉफी में घी मिलाना वाकई सेहतमंद है? इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि इस ट्रेंड के जितने फायदे गिनाए जाते हैं, उतने ही संभावित जोखिम भी हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आइए, एक स्वास्थ्य पत्रकार के दृष्टिकोण से इस ट्रेंड की गहराई से पड़ताल करें और जानें कि विज्ञान, डॉक्टर और डाइटिशियन कॉफी में घी डालकर पीने के फायदे और नुकसान के बारे में क्या कहते हैं।

घी वाली कॉफी क्यों है इतनी लोकप्रिय?

यह ट्रेंड ‘बुलेटप्रूफ कॉफी’ के कॉन्सेप्ट से लोकप्रिय हुआ, जो कीटो डाइट (Keto Diet) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कीटो डाइट एक बहुत ही कम-कार्बोहाइड्रेट और उच्च-वसा वाला आहार है।

इसके पीछे का सिद्धांत यह है:

Flaxseed: सिर्फ 1 सुपरफूड से करें 10 बीमारियों की छुट्टी, जानें इसके गजब के फायदे

चने के सत्तू में नींबू का रस: गर्मी के लिए वरदान है यह देसी सुपरफूड, जानें फायदे और रेसिपी

घी वाली कॉफी पीने के संभावित फायदे क्या हैं?

इस ट्रेंड के कुछ संभावित फायदे हैं, लेकिन वे कुछ खास परिस्थितियों में ही लागू होते हैं:

कॉफी पीने के स्वास्थ्य जोखिम और गंभीर नुकसान

अब बात करते हैं उस पहलू की जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। बुलेटप्रूफ कॉफी के नुकसान इसके फायदों पर भारी पड़ सकते हैं, खासकर आम लोगों के लिए।

1. सैचुरेटेड फैट की बहुत अधिक मात्रा (Very High Saturated Fat)

यह सबसे बड़ी चिंता का विषय है।

2. ‘खराब’ कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ने का खतरा

3. पोषक तत्वों की कमी (Lack of Nutrients)

4. कैलोरी में बहुत ज्यादा (Very High in Calories)

विशेषज्ञ की राय

“एक हृदय रोग विशेषज्ञ के रूप में, मैं किसी भी ऐसी आदत की सिफारिश नहीं कर सकता जो किसी व्यक्ति के सैचुरेटेड फैट के सेवन को नाटकीय रूप से बढ़ा दे। यह ट्रेंड भले ही लोकप्रिय हो, लेकिन बढ़े हुए एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और संभावित हृदय रोग का दीर्घकालिक जोखिम आम जनता के लिए किसी भी अल्पकालिक कथित लाभ से कहीं ज़्यादा चिंताजनक है।” – डॉ. प्रकाश त्रिपाठी, हृदय रोग विशेषज्ञ (Cardiologist)

इसे भी पढ़े: कच्चा आंवला या आंवला पाउडर: गर्मियों में किस तरह Amla खाने से मिलेगा सेहत को ज्यादा फायदा?

क्या आपको कॉफी में घी डालकर पीना चाहिए?

एक आम सवाल जो पाठक अक्सर पूछते हैं, “तो क्या यह मेरे लिए सही है?” अधिकांश लोगों के लिए, जो एक सामान्य, संतुलित आहार लेते हैं, यह एक स्वस्थ दैनिक आदत नहीं है।

इसके हृदय स्वास्थ्य से जुड़े जोखिम बहुत स्पष्ट हैं। यह ट्रेंड उन लोगों के एक बहुत छोटे समूह के लिए हो सकता है जो एक सख्त, चिकित्सकीय देखरेख में कीटो डाइट का पालन कर रहे हैं, लेकिन आम जनता के लिए इसके नुकसान फायदों से कहीं ज़्यादा हैं।

कॉफी पीने का स्वस्थ विकल्प क्या हैं?

अगर आप अपनी कॉफी को और भी सेहतमंद बनाना चाहते हैं, तो इन विकल्पों पर विचार करें:

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या घी वाली कॉफी से वजन कम होता है?

यह भूख को कम कर सकती है, लेकिन यह कैलोरी में बहुत अधिक होती है और आसानी से वजन बढ़ा सकती है। स्थायी वजन घटाना हमेशा एक संतुलित, कैलोरी-नियंत्रित आहार और व्यायाम से होता है।

क्या यह दूध और चीनी वाली कॉफी से बेहतर है?

यह चीनी वाली कॉफी से तो बेहतर है, लेकिन कम फैट वाले दूध की थोड़ी मात्रा वाली कॉफी, एक बड़े चम्मच सैचुरेटेड फैट वाली कॉफी की तुलना में ज्यादातर लोगों के लिए एक सुरक्षित विकल्प है।

किन्हें इससे बिल्कुल बचना चाहिए?

जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है, जिन्हें हृदय रोग का इतिहास है, या जो कीटो डाइट पर नहीं हैं, उन्हें इस ट्रेंड से बचना चाहिए।

निष्कर्ष

कॉफी में घी डालकर पीने के फायदे और नुकसान का विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट होता है कि यह ट्रेंड अपने साथ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जोखिम लेकर आता है, विशेष रूप से हृदय स्वास्थ्य के लिए। इसके उच्च सैचुरेटेड फैट सामग्री को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

हेल्थ ट्रेंड्स आते और जाते रहते हैं, लेकिन संतुलित आहार के सिद्धांत, जिसमें साबुत अनाज, फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और नट्स-बीज जैसे स्रोतों से मिलने वाले स्वस्थ वसा शामिल हैं, हमेशा कायम रहते हैं। अपनी सुबह की कॉफी का आनंद लें, लेकिन इसे एक स्वस्थ आदत बनाए रखें, न कि एक जोखिम भरा प्रयोग। आपके दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए सूचित और समझदारी भरे निर्णय लेना ही सबसे अच्छा है।

Exit mobile version