गर्भवती महिलाएं, हार्मोनल मरीज या ब्लड थिनर लेने वाले अगर रोज खा रहे हैं अलसी, तो हो जाएं सावधान! जानिए क्यों सुपरफूड समझी जाने वाली अलसी कुछ के लिए ज़हर बन सकती है – पूरी जानकारी इस लेख में!
these-people-should-not-consume-flax-seeds-know-its-side-effects
अलसी के बीजों को आयुर्वेद में एक शक्तिशाली औषधि माना गया है और इन्हें अक्सर सुपरफूड की श्रेणी में रखा जाता है। ये बीज स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं, क्योंकि इनमें प्रचुर मात्रा में फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होते हैं। इसके अलावा, अलसी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाती है। हालांकि, यह भी सच है कि किसी भी चीज़ के साथ कुछ संभावित नुकसान भी होते हैं। इसी तरह, अलसी के बीज कुछ खास लोगों के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि किन लोगों को इन बीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली माताएं और हार्मोन-संवेदनशील रोगों से जूझ रहे लोगों के लिए अलसी का सेवन पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। रिसर्च के अनुसार, अलसी में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन शरीर में एस्ट्रोजन जैसे प्रभाव डाल सकता है, जो इन अवस्थाओं में हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है।
अगर आप वॉरफरिन या एस्पिरिन जैसी ब्लड थिनर दवाएं ले रहे हैं, तो भी अलसी आपके लिए रिस्की हो सकती है। क्योंकि अलसी का प्रभाव रक्त को पतला करने वाला होता है, जिससे ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है।
जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज है और वे इसके लिए नियमित दवाएं ले रहे हैं, उनके लिए भी अलसी का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। अलसी ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को अचानक कम कर सकती है।
अलसी में मौजूद हाई फाइबर कंटेंट उसे पाचन के लिए बेहतरीन बनाता है, लेकिन अगर किसी को आंतों में सूजन, ब्लॉकेज या डाइजेशन से जुड़ी कोई गंभीर समस्या है, तो अलसी उनकी हालत बिगाड़ सकती है।
एलर्जी के मामलों में भी अलसी का सेवन खतरनाक हो सकता है। कुछ लोगों को अलसी से स्किन रैश, खुजली, उल्टी और सांस लेने में दिक्कत जैसी प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं।
हालांकि, अलसी को पूरी तरह से बुरा कहना भी गलत होगा। यह ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, लिगनान और फाइबर से भरपूर होती है, जो दिल की सेहत, ब्लड शुगर कंट्रोल और वज़न घटाने में मदद करती है। लेकिन इसका सेवन हर किसी के लिए नहीं है।
कई बार लोग अलसी को बिना भूने या पीसे सीधे खा लेते हैं, जो और भी नुकसानदेह हो सकता है। दरअसल, कच्ची अलसी में सायनोजेनिक ग्लाइकोसाइड्स नाम का तत्व पाया जाता है, जो शरीर में जाकर सायनाइड रिलीज कर सकता है। इसलिए हमेशा अलसी को हल्का भूनकर या पीसकर खाएं और साथ में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
सेहतमंद रहने की कोशिश करते वक्त अगर कुछ खाद्य पदार्थ आपकी हालत बिगाड़ दें, तो फायदा नहीं नुकसान हो सकता है। अलसी एक बेहद पावरफुल सुपरफूड है, लेकिन सिर्फ तब जब आप इसे समझदारी से खाएं।
हर घूंट में ताजगी, सेहत और प्राकृतिक ऊर्जा का बूस्ट। जानिए कैसे बनाएं ये आसान, पौष्टिक और मजेदार जामुन शॉट्स…
मुनक्का वाला दूध एक पारंपरिक आयुर्वेदिक पेय है, जो पाचन सुधारने, रक्तचाप नियंत्रित करने, नींद में सुधार, त्वचा और बालों…
कोल्ड कॉफी जितनी स्वादिष्ट है, उतनी ही आपकी सेहत पर असर डालती है। रोज़ाना पीने की आपकी आदत कहीं आपकी…
मीठी छाछ से ज्यादा फायदेमंद है नमकीन या सादा? ज़्यादा ठंडी पी तो पाचन का बैलेंस बिगड़ सकता है! इस…
Guava Leaves Benefits: अमरूद के पत्ते स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हैं। इनका नियमित सेवन ब्लड शुगर कंट्रोल, पाचन सुधार,…
अगर आप बिना दवाइयों के वजन घटाना चाहते हैं, डायबिटीज कंट्रोल करना है या दिल और दिमाग को स्वस्थ बनाए…