
बचपन से ही हम सभी ने सुना है कि सुबह खाली पेट भीगे हुए बादाम खाना सेहत के लिए अच्छा होता है। इससे दिमाग तेज होता है और शरीर को ताकत मिलती है। लेकिन एक सवाल जो सभी को सोचने पर मजबूर करता है – बादाम छिलके के साथ खाएं या छिलका उतारकर? ये सवाल भले ही छोटा लगे, लेकिन इसका असर हमारी सेहत पर बड़ा होता है।
डॉ. मंजरी चंद्रा, जो मैक्स हॉस्पिटल, गुरुग्राम में कंसलटेंट क्लिनिकल और फंक्शनल न्यूट्रिशनिस्ट हैं, उनके मुताबिक बादाम का छिलका फाइबर से भरपूर होता है और पाचन के लिए अच्छा होता है। वहीं, बिना छिलके वाले बादाम को पचाना आसान होता है और इससे पोषक तत्व जल्दी शरीर में मिल जाते हैं। कुछ लोग कहते हैं कि छिलके में टैनिन नामक तत्व होता है जो पोषक तत्वों को अवशोषित करने में रुकावट डाल सकता है, इसलिए इसे उतारकर खाना सही है। जबकि कुछ लोग छिलके के फायदे भी बताते हैं।
बादाम का छिलका: फायदे और नुकसान
फायदे:
- फाइबर का स्रोत: बादाम के छिलके में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन को सुधारता है और कब्ज की समस्या को कम करता है।
- एंटीऑक्सीडेंट्स: छिलके में पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं और हृदय स्वास्थ्य में सहायक होते हैं।
नुकसान:
- टैनिन और फाइटिक एसिड: छिलके में टैनिन और फाइटिक एसिड होते हैं, जो कुछ पोषक तत्वों के अवशोषण को बाधित कर सकते हैं।
- पाचन में कठिनाई: कुछ लोगों के लिए छिलका पचाना कठिन हो सकता है, विशेषकर जिनकी पाचन शक्ति कमजोर है।
छिलके के बिना बादाम खाने के फायदे और नुकसान
फायदे:
- बेहतर पोषक तत्व अवशोषण: छिलका हटाने से टैनिन और फाइटिक एसिड की मात्रा कम हो जाती है, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है।
- पाचन में आसान: बिना छिलके के बादाम पचाने में आसान होते हैं, जो बच्चों, बुजुर्गों और पाचन समस्याओं वाले लोगों के लिए उपयुक्त हैं।
नुकसान:
- फाइबर की कमी: छिलका हटाने से फाइबर की मात्रा कम हो जाती है, जो पाचन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
भीगे हुए बादाम क्यों हैं फायदेमंद?
बादाम को रात भर पानी में भिगोकर सुबह खाने से कई लाभ होते हैं:
- पाचन में सुधार: भीगे हुए बादाम नरम हो जाते हैं, जिससे उन्हें चबाना और पचाना आसान होता है।
- पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण: भीगने से टैनिन और फाइटिक एसिड की मात्रा कम हो जाती है, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ता है।
- वजन प्रबंधन: भीगे हुए बादाम में एंजाइम्स सक्रिय हो जाते हैं, जो मेटाबोलिज्म को बढ़ाते हैं और वजन प्रबंधन में मदद करते हैं।
किन लोगों को छिलके वाला बादाम खाना चाहिए और किन्हें नहीं
कौन खा सकता है:
छिलके वाला बादाम उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनकी पाचन क्षमता अच्छी है और जिन्हें कब्ज या पाचन से जुड़ी कोई गंभीर समस्या नहीं है। इसमें मौजूद फाइबर पेट साफ रखने में मदद करता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। जिन लोगों को कब्ज की शिकायत होती है, उनके लिए छिलके वाला बादाम फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा जिन लोगों को वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए भी छिलके वाला बादाम अच्छा विकल्प है क्योंकि यह पेट भरा रखने में मदद करता है।
किसे नहीं खाना चाहिए:
छिलके वाला बादाम उन लोगों को नहीं खाना चाहिए जिन्हें पाचन संबंधी समस्या है जैसे गैस, एसिडिटी या कमजोर पाचन शक्ति। बच्चों और बुजुर्गों को भी बादाम का छिलका उतारकर खाना चाहिए क्योंकि उनका पाचन कमजोर हो सकता है और छिलका पचाने में दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा, अगर किसी को बादाम से एलर्जी है तो उसे किसी भी रूप में बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: क्या बादाम को भिगोकर खाना जरूरी है?
उत्तर: भिगोकर खाना आवश्यक नहीं है, लेकिन इससे पाचन में सुधार होता है और पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ता है।
प्रश्न 2: बादाम का छिलका फेंक देना चाहिए या उपयोग कर सकते हैं?
उत्तर: बादाम का छिलका फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। इसे सुखाकर पाउडर बना सकते हैं और फेस पैक या खाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
प्रश्न 3: बादाम की कितनी मात्रा रोजाना खानी चाहिए?
उत्तर: प्रतिदिन 4-6 बादाम खाना पर्याप्त है। अधिक मात्रा में सेवन से वजन बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
बादाम स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हैं, चाहे आप उन्हें छिलके के साथ खाएं या बिना छिलके के। आपकी पाचन शक्ति और व्यक्तिगत पसंद के अनुसार, आप उपयुक्त तरीका चुन सकते हैं। भीगे हुए और छिलके के बिना बादाम पाचन में आसान होते हैं और पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है, जबकि छिलके सहित बादाम फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करते हैं। संतुलित मात्रा में बादाम का सेवन आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।
यह लेख सिर्फ आपकी सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। इसमें दी गई बातें किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं मानी जा सकतीं। किसी भी नई हेल्थ टिप या उपाय को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।