
जब भी किसी हेल्दी और हल्के-फुल्के स्नैक की बात आती है, तो भुने हुए मखाने का नाम सबसे पहले आता है। व्रत-उपवास से लेकर शाम की चाय तक, और वजन घटाने वाली डाइट से लेकर देर रात की भूख तक, मखाना हर किसी का पसंदीदा बन चुका है। इसे ‘सुपरफूड’ का दर्जा दिया गया है और इसके अनगिनत स्वास्थ्य लाभ गिनाए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर इसे सही तरीके से और सही मात्रा में न खाया जाए, तो यह फायदेमंद स्नैक आपके लिए कुछ मुश्किलें भी खड़ी कर सकता है?
यह सुनकर आपको शायद हैरानी हो, लेकिन यह सच है। इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि किसी भी भोजन की तरह, मखाने के सेवन के भी कुछ नियम होते हैं। एक स्वास्थ्य पत्रकार के रूप में, मेरा उद्देश्य आपको एक संतुलित दृष्टिकोण प्रदान करना है। आइए, जानते हैं कि मखाना खाने के फायदे और नुकसान (Makhana khane ke fayde or nuksaan) क्या हैं और न्यूट्रिशनिस्ट किन 3 प्रमुख बातों का ध्यान रखने की सलाह देते हैं।
पहले जानें फायदे: मखाना क्यों है एक ‘सुपरफूड’?
इससे पहले कि हम नुकसान की बात करें, यह जानना ज़रूरी है कि मखाना इतना लोकप्रिय क्यों है।
- पोषण का खजाना: मखाने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, और फास्फोरस जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं।
- कैलोरी में कम: यह कैलोरी और फैट में बहुत कम होता है, जो इसे वजन घटाने के लिए स्नैक्स का एक आदर्श विकल्प बनाता है।
- लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स: मखाना लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स की श्रेणी में आता है। इसका मतलब है कि यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाता, इसलिए यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी एक अच्छा स्नैक है।
- एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: NCBI पर प्रकाशित अध्ययनों के अनुसार, मखाने में केम्पफेरोल (Kaempferol) जैसे कई शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को फ्री-रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और सूजन को कम करते हैं।
- ग्लूटेन-फ्री: यह प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-फ्री होता है, इसलिए जिन लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी है, वे भी इसका सेवन कर सकते हैं।

मखाना खाने में न करें ये 3 गलतियां, वरना हो सकता है नुकसान
अब आते हैं उस महत्वपूर्ण हिस्से पर जिस पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता। जानिए वो 3 बातें या गलतियां जो मखाने के फायदों को नुकसान में बदल सकती हैं।
1. बहुत अधिक मात्रा में और बिना पानी के खाना
यह सबसे आम गलती है।
- क्यों है नुकसानदायक? मखाना फाइबर से भरपूर होता है और इसकी प्रकृति सूखी होती है। जब आप इसे बहुत अधिक मात्रा में खाते हैं और साथ में पर्याप्त पानी नहीं पीते, तो यह आपकी आंतों से पानी सोख सकता है। इससे मल सख्त हो सकता है और कब्ज की समस्या पैदा हो सकती है या बढ़ सकती है।
- क्या करें: दिन में 1-2 छोटी कटोरी (लगभग 25-30 ग्राम) से ज्यादा मखाना खाने से बचें और सुनिश्चित करें कि आप दिन भर में खूब पानी पिएं।

2. इसे डीप-फ्राई करके या बहुत ज्यादा नमक/मसाले डालकर खाना
यह मखाने के स्वास्थ्य लाभों को खत्म करने का सबसे तेज तरीका है।
- क्यों है नुकसानदायक? सादा भुना हुआ मखाना कैलोरी में बहुत कम होता है। लेकिन जब आप इसे घी या तेल में डीप-फ्राई करते हैं और ऊपर से बहुत सारा नमक, चाट मसाला या अन्य मसाले डालते हैं, तो आप इसे एक हाई-कैलोरी, हाई-सोडियम और अनहेल्दी स्नैक में बदल देते हैं। यह वजन घटाने, ब्लड प्रेशर और हृदय स्वास्थ्य के लिए मिलने वाले सभी फायदों को पूरी तरह से नकार देता है।
- क्या करें: मखाने को हमेशा ड्राई रोस्ट करें (बिना तेल/घी के) या फिर सिर्फ आधा से एक छोटा चम्मच घी में हल्का भूनें। नमक और मसाले का प्रयोग बहुत सीमित मात्रा में करें।
3. कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में बिना सोचे-समझे खाना
हालांकि मखाना ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है, लेकिन कुछ स्थितियों में सावधानी बरतनी चाहिए।
- क्यों है नुकसानदायक?
- यदि आपको पहले से ही गंभीर कब्ज की समस्या है, तो मखाने को अपनी डाइट में धीरे-धीरे शामिल करें और पानी का सेवन बढ़ा दें।
- कुछ दुर्लभ मामलों में, लोगों को मखाने से एलर्जी हो सकती है। यदि आपको इसे खाने के बाद कोई असुविधा, रैशेज या पाचन संबंधी समस्या होती है, तो इसका सेवन बंद कर दें।
- कब्ज में क्या न खाएं, इस सूची में अक्सर सूखी और फाइबर युक्त चीजें शामिल होती हैं, यदि पानी का सेवन कम हो।

मखाना खाने का सही तरीका क्या है?
भुने मखाने के फायदे अधिकतम पाने के लिए, इसे सही तरीके से खाना ज़रूरी है।
- तैयार करने की विधि: एक भारी तले वाली कड़ाही को धीमी आंच पर गर्म करें। उसमें मखाने डालकर 5-7 मिनट तक लगातार चलाते हुए भूनें, जब तक कि वे कुरकुरे न हो जाएं। आप एक मखाना हाथ में लेकर तोड़कर देख सकते हैं।
- सेवन का समय: यह एक बेहतरीन मिड-मील स्नैक है। इसे सुबह 11-12 बजे या शाम को 4-5 बजे की चाय के साथ खाएं। यह आपकी भूख को शांत करेगा और आपको अनहेल्दी खाने से बचाएगा।
- मात्रा: एक बार में एक छोटी कटोरी (लगभग 15-20 ग्राम) खाना पर्याप्त है।

विशेषज्ञ की राय
“मखाना एक बेहतरीन स्नैक है, बशर्ते आप इसे सही तरीके से खाएं। इसका कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और उच्च मैग्नीशियम सामग्री उत्कृष्ट है। सबसे आम गलती जो मैं देखती हूँ, वह है या तो इसका अधिक सेवन, जिससे कब्ज हो जाती है, या इसे तलना, जो इसके उद्देश्य को ही विफल कर देता है। इसे ड्राई-रोस्ट करें, कम से कम नमक डालें, और पानी पिएं – यही मंत्र है।” – सुश्री अदिति मेहरा, सीनियर न्यूट्रिशनिस्ट
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या डायबिटीज के मरीज मखाना खा सकते हैं?
हाँ, बिल्कुल। इसका लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए एक उत्कृष्ट स्नैक बनाता है, लेकिन इसे भूनकर और संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए।
क्या मखाना खाने से वजन बढ़ता है?
नहीं। जब इसे ड्राई-रोस्ट करके खाया जाता है, तो इसकी कम कैलोरी और उच्च फाइबर सामग्री वजन घटाने में मदद करती है। हालांकि, तला हुआ मखाना कैलोरी में उच्च होता है और वजन बढ़ा सकता है।
मखाने को स्टोर करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
भुने हुए मखाने को पूरी तरह से ठंडा होने के बाद एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें। इससे वे लंबे समय तक कुरकुरे बने रहेंगे।
निष्कर्ष
मखाना खाने के फायदे और नुकसान दोनों इस बात पर निर्भर करते हैं कि आप इसका सेवन कैसे करते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि मखाना एक अविश्वसनीय रूप से स्वस्थ और पौष्टिक सुपरफूड है। यह आपके पारंपरिक अनहेल्दी स्नैक्स का एक शानदार विकल्प है।
हालांकि, किसी भी भोजन की तरह, इसके लाभ तभी मिलते हैं जब इसका सेवन सही तरीके से और सही मात्रा में किया जाए। तो, इस पारंपरिक स्नैक के अद्भुत फायदों का आनंद लें, लेकिन एक स्मार्ट और जागरूक उपभोक्ता बनकर। संयम, सही तैयारी विधि, और पर्याप्त जलयोजन (hydration) के तीन सरल नियमों का पालन करके, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि मखाना आपकी सेहत के लिए हमेशा फायदेमंद ही रहे।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्यों के लिए है और यह पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी चिंता या डाइट में कोई बड़ा बदलाव करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या किसी योग्य डायटीशियन से सलाह लें।