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जोड़ों और मांसपेशियों का दर्द हो सकता है थायराइड का लक्षण, इन 5 संकेतों को न करें नजरअंदाज

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जब हम ‘थायराइड’ शब्द सुनते हैं, तो हमारे दिमाग में सबसे पहले वजन बढ़ना या घटना, थकान और मूड में बदलाव जैसे लक्षण आते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके शरीर में लगातार हो रहा दर्द, खासकर जोड़ों और मांसपेशियों का दर्द, भी थायराइड ग्रंथि में गड़बड़ी का एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है? अक्सर लोग इस दर्द को सामान्य थकान, उम्र बढ़ने या गठिया का लक्षण मानकर नजरअंदाज करते रहते हैं, जबकि असली वजह उनकी गर्दन में स्थित एक छोटी सी तितली के आकार की ग्रंथि हो सकती है।

इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि थायराइड में शरीर में दर्द (thyroid hone ke lakshan) एक बहुत ही आम लेकिन अक्सर अनदेखा किया जाने वाला लक्षण है। इस लेख में, हम एक स्वास्थ्य पत्रकार के दृष्टिकोण से इस कनेक्शन को गहराई से समझेंगे। हम जानेंगे कि थायराइड की समस्या शरीर में दर्द क्यों पैदा करती है, शरीर के वे कौन से 5 हिस्से हैं जहां यह दर्द प्रमुख रूप से महसूस होता है, और अगर आपको यह लक्षण महसूस हो रहे हैं तो आपको क्या कदम उठाने चाहिए।

थायराइड ग्रंथि क्या है?

सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि थायराइड ग्रंथि है क्या। यह हमारी गर्दन के सामने स्थित एक छोटी सी ग्रंथि है, जो T3 (ट्रायियोडोथायरोनिन) और T4 (थायरोक्सिन) नामक हार्मोन बनाती है। ये हार्मोन हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म, यानी ऊर्जा के उपयोग की प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं। सरल शब्दों में, यह आपके शरीर के हर सेल के कामकाज पर असर डालती है।

जब यह ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन नहीं बना पाती, तो इस स्थिति को हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) या ‘अंडरएक्टिव थायराइड’ कहते हैं। और जब यह बहुत अधिक हार्मोन बनाने लगती है, तो उसे हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) कहते हैं। शरीर में दर्द की समस्या मुख्य रूप से हाइपोथायरायडिज्म से जुड़ी होती है।

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दर्द का कनेक्शन: अंडरएक्टिव थायराइड और शरीर का दर्द

जब थायराइड हार्मोन का स्तर कम हो जाता है (हाइपोथायरायडिज्म), तो शरीर का पूरा मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है। Mayo Clinic के विशेषज्ञों के अनुसार, इसका असर हमारी मांसपेशियों और जोड़ों पर कई तरह से पड़ता है:

  • मांसपेशियों का मेटाबॉलिज्म धीमा होना: कम हार्मोन के स्तर से मांसपेशियों की मरम्मत और पुनर्निर्माण की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इससे मांसपेशियों में ऐंठन, कमजोरी और दर्द (जिसे ‘थायराइड मायोपैथी’ कहते हैं) हो सकता है।
  • द्रव का जमाव: हाइपोथायरायडिज्म में शरीर में अतिरिक्त द्रव जमा हो सकता है, जिससे जोड़ों के आसपास सूजन आ जाती है। यह सूजन जोड़ों में अकड़न और दर्द का कारण बनती है।
  • नसों पर दबाव: शरीर में सूजन और द्रव जमा होने से नसों पर दबाव पड़ सकता है, जिससे दर्द, सुन्नपन या झुनझुनी (न्यूरोपैथी) हो सकती है।

थायराइड में शरीर में दर्द: इन 5 हिस्सों पर रखें खास नजर

यदि आपको बिना किसी स्पष्ट कारण के इन 5 हिस्सों में लगातार दर्द महसूस हो रहा है, तो यह थायराइड की जांच कराने का एक संकेत हो सकता है।

1. गर्दन और कंधे में अकड़न और दर्द (Stiffness and Pain in Neck and Shoulders)

यह सबसे आम लक्षणों में से एक है। अक्सर लोग इसे गलत तरीके से सोने या तनाव का नतीजा मान लेते हैं। लेकिन अगर गर्दन और कंधों की मांसपेशियों में लगातार अकड़न और भारीपन महसूस हो, तो यह हाइपोथायरायडिज्म का संकेत हो सकता है।

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2. बड़े जोड़ों में दर्द (घुटने, कूल्हे, कलाई)

हाइपोथायरायडिज्म के कारण होने वाला जोड़ों का दर्द (जिसे ‘आर्थ्राल्जिया’ कहते हैं) अक्सर शरीर के बड़े, वजन उठाने वाले जोड़ों को प्रभावित करता है।

  • क्यों होता है? जोड़ों के आसपास द्रव जमा होने और सूजन के कारण यह दर्द होता है।
  • कार्पल टनल सिंड्रोम (Carpal Tunnel Syndrome): कलाई में होने वाला दर्द, सुन्नपन और झुनझुनी, जिसे कार्पल टनल सिंड्रोम कहते हैं, का भी हाइपोथायरायडिज्म से गहरा संबंध पाया गया है।
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3. मांसपेशियों में कमजोरी और ऐंठन (जांघें, बाहें)

क्या आपको सीढ़ियां चढ़ने या कुर्सी से उठने पर जांघों या बाहों की मांसपेशियों में कमजोरी या दर्द महसूस होता है?

  • क्यों होता है? इसे ‘प्रॉक्सिमल मायोपैथी’ (proximal myopathy) कहते हैं, जिसमें शरीर के केंद्र के पास की बड़ी मांसपेशियां प्रभावित होती हैं। यह थायराइड मायोपैथी का एक क्लासिक लक्षण है।
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4. पिंडलियों और पैरों में दर्द

पैरों और पिंडलियों में लगातार बना रहने वाला दर्द या ऐंठन भी एक संकेत हो सकता है। यह अक्सर रात में बढ़ जाता है और आराम करने पर भी ठीक नहीं होता।

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5. तलवों में जलन या सुन्नपन (Peripheral Neuropathy)

  • क्यों होता है? जैसा कि पहले बताया गया है, हाइपोथायरायडिज्म नसों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके कारण पैरों के तलवों में जलन, चुभन, सुन्नपन या झुनझुनी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं, जिसे ‘पेरिफेरल न्यूरोपैथी’ कहते हैं।

विशेषज्ञ की राय

अस्पष्टीकृत, लगातार बना रहने वाला मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द, खासकर जब वह थकान, वजन बढ़ने और त्वचा के सूखेपन जैसे लक्षणों के साथ हो, तो हमेशा हाइपोथायरायडिज्म का संदेह पैदा करना चाहिए। यह एक अत्यधिक उपचार योग्य स्थिति है, लेकिन रक्त परीक्षण के माध्यम से एक सटीक निदान आवश्यक पहला कदम है। मूल हार्मोनल असंतुलन को दूर किए बिना सिर्फ दर्द का इलाज करना अप्रभावी है।” – डॉ. संजय कालरा, एंडोक्रिनोलॉजिस्ट (हार्मोन रोग विशेषज्ञ)

थायराइड में सिर्फ दर्द ही नहीं, इन लक्षणों पर भी दें ध्यान

यदि आपको ऊपर बताए गए दर्द के साथ-साथ इनमें से कुछ अन्य हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण भी महसूस हो रहे हैं, तो आपको निश्चित रूप से सतर्क हो जाना चाहिए:

  • अत्यधिक थकान और सुस्ती
  • बिना किसी कारण वजन बढ़ना
  • त्वचा का रूखा होना और बालों का झड़ना
  • ठंड अधिक लगना
  • कब्ज रहना
  • उदासी या डिप्रेशन
  • महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म

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कैसे पता करें की थायराइड है या नहीं ?

एक आम सवाल जो पाठक अक्सर पूछते हैं, “इसका पता कैसे लगाया जाए?” इसका पता लगाना बहुत आसान है। थायराइड का इलाज और निदान एक साधारण रक्त परीक्षण (Blood Test) से शुरू होता है, जिसे थायराइड फंक्शन टेस्ट (Thyroid Function Test – TFT) कहते हैं। इस टेस्ट में मुख्य रूप से इन हार्मोन्स की जांच की जाती है:

  • TSH (थायराइड-स्टिमुलेटिंग हार्मोन): यह पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा बनाया जाता है और थायराइड को T3/T4 बनाने का संकेत देता है। हाइपोथायरायडिज्म में TSH का स्तर बढ़ जाता है।
  • T4 (थायरोक्सिन): हाइपोथायरायडिज्म में इसका स्तर आमतौर पर कम होता है।
  • T3 (ट्रायियोडोथायरोनिन): इसका स्तर भी कम हो सकता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या हाइपरथायरायडिज्म (ओवरएक्टिव थायराइड) में भी दर्द होता है?

हाँ, हाइपरथायरायडिज्म में भी मांसपेशियों की कमजोरी (थायरोटॉक्सिक मायोपैथी) और कभी-कभी दर्द हो सकता है, लेकिन इसके लक्षण आमतौर पर हाइपोथायरायडिज्म से अलग होते हैं और इसमें वजन घटने और घबराहट जैसे लक्षण अधिक प्रमुख होते हैं।

अगर मेरे थायराइड का इलाज हो जाए, तो क्या दर्द भी चला जाएगा?

हाँ, अधिकांश लोगों के लिए। जब दवाओं के साथ हार्मोन का स्तर सामान्य हो जाता है, तो मांसपेशियों और जोड़ों से जुड़े लक्षण भी आमतौर पर कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीनों में काफी हद तक सुधर जाते हैं।

क्या मैं सिर्फ डाइट और एक्सरसाइज से थायराइड का दर्द ठीक कर सकता हूँ?

नहीं। जबकि एक स्वस्थ जीवनशैली निश्चित रूप से मदद करती है, हाइपोथायरायडिज्म के लिए डॉक्टर द्वारा निर्धारित हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (दवा) आवश्यक है। यह दवा शरीर में उन हार्मोन्स की कमी को पूरा करती है जो आपकी ग्रंथि नहीं बना पा रही है।

निष्कर्ष

आपके शरीर में लगातार हो रहा अस्पष्टीकृत दर्द सिर्फ थकान या उम्र बढ़ने का संकेत नहीं हो सकता। यह आपके शरीर का आपसे बात करने का एक तरीका हो सकता है, जो एक अंतर्निहित थायराइड समस्या की ओर इशारा कर रहा हो। थायराइड में शरीर में दर्द के इन 5 प्रमुख संकेतों को पहचानना और समय पर जांच कराना बेहद ज़रूरी है।

यदि इस लेख में बताए गए लक्षण आपको अपने या अपने किसी प्रियजन में महसूस होते हैं, तो दर्द को सहते न रहें। एक साधारण सा रक्त परीक्षण आपको स्पष्ट उत्तर दे सकता है और सही इलाज का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेना और सही समय पर पेशेवर मदद लेना ही बेहतर महसूस करने और अपने जीवन को पूरी तरह से जीने की दिशा में पहला कदम है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्यों के लिए है और यह पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। शरीर में किसी भी प्रकार के लगातार दर्द के लिए हमेशा एक योग्य डॉक्टर से सलाह लें ताकि उसका सही कारण पता चल सके।

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