थ्रेडिंग या वैक्सिंग: आइब्रो के लिए क्या है बेहतर? जानें स्किन टाइप के अनुसार सही चुनाव

जब भी हम पार्लर में आइब्रो बनवाने के लिए उस कुर्सी पर बैठते हैं, तो ब्यूटीशियन का एक सवाल लगभग हमेशा हमारा इंतजार कर रहा होता है – “थ्रेडिंग या वैक्सिंग?” हममें से ज्यादातर लोग या तो आदत के अनुसार जवाब देते हैं या फिर इस आधार पर कि किसमें दर्द कम महसूस होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी त्वचा के प्रकार (Skin Type) के लिए इन दोनों में से कौन सा तरीका वास्तव में बेहतर और सुरक्षित है?
यह सिर्फ दर्द या आदत का मामला नहीं है, बल्कि आपकी त्वचा के स्वास्थ्य से जुड़ा एक महत्वपूर्ण निर्णय है। इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि थ्रेडिंग और वैक्सिंग में क्या बेहतर है, इसका कोई एक जवाब नहीं है। सही चुनाव आपकी त्वचा की संवेदनशीलता, बालों की ग्रोथ और आप किस तरह का रिजल्ट चाहते हैं, इन सब पर निर्भर करता है। आइए, एक स्वास्थ्य पत्रकार के दृष्टिकोण से इन दोनों लोकप्रिय तरीकों का गहराई से विश्लेषण करें।
थ्रेडिंग को समझें: प्रक्रिया, फायदे और नुकसान
थ्रेडिंग हजारों साल पुरानी एक एशियाई तकनीक है, जिसमें एक सूती धागे को मरोड़कर बालों को जड़ से हटाया जाता है।
- प्रक्रिया (Process): ब्यूटीशियन एक धागे को अपने हाथों और कभी-कभी मुंह से पकड़कर एक लूप बनाती हैं। इस लूप को त्वचा पर तेजी से घुमाकर अनचाहे बालों को एक-एक करके या एक लाइन में फंसाकर जड़ से निकाल दिया जाता है।
थ्रेडिंग के फायदे:
- अत्यधिक सटीक (Very Precise): इससे आइब्रो को एक बहुत ही साफ और सटीक आकार दिया जा सकता है। एक-एक बाल को भी आसानी से हटाया जा सकता है।
- त्वचा से कम संपर्क: इसमें कोई केमिकल या गर्म मोम त्वचा पर नहीं लगता। धागा सिर्फ बालों को छूता है, जिससे त्वचा पर जलन का खतरा कम होता है।
- सेंसिटिव स्किन के लिए बेस्ट: चूंकि यह त्वचा को खींचता या छिलता नहीं है, इसलिए इसे सेंसिटिव स्किन के लिए हेयर रिमूवल का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है।
थ्रेडिंग के नुकसान:
- दर्द: कुछ लोगों को यह वैक्सिंग से ज्यादा दर्दनाक लग सकता है, क्योंकि इसमें बाल धीरे-धीरे निकलते हैं।
- समय: वैक्सिंग की तुलना में इसमें थोड़ा अधिक समय लगता है।
- फॉलिकुलिटिस (Folliculitis) का खतरा: यदि धागा साफ नहीं है या तकनीक सही नहीं है, तो बालों के रोम में सूजन या छोटे दाने हो सकते हैं।

वैक्सिंग को जानें: प्रक्रिया, फायदे और नुकसान
आइब्रो वैक्सिंग में गर्म या ठंडे मोम की एक पतली परत त्वचा पर लगाई जाती है और फिर एक पट्टी की मदद से बालों के विकास की विपरीत दिशा में तेजी से खींचा जाता है।
- प्रक्रिया (Process): गर्म मोम को त्वचा पर लगाया जाता है, जो बालों को पकड़ लेता है। फिर एक कपड़े या कागज की पट्टी को उस पर दबाकर तेजी से खींचा जाता है, जिससे बाल जड़ से निकल जाते हैं।

वैक्सिंग के फायदे:
- तेज प्रक्रिया: यह थ्रेडिंग की तुलना में बहुत तेज है। एक बार में एक बड़ा हिस्सा साफ हो जाता है।
- महीन बालों को हटाता है: यह उन बहुत ही महीन और रोएंदार बालों को भी हटा देता है जिन्हें धागे से पकड़ना मुश्किल होता है, जिससे एक बहुत ही चिकना फिनिश मिलता है।
- कम दर्द: कुछ लोगों को यह कम दर्दनाक लगता है क्योंकि दर्द बस एक सेकंड के लिए होता है।
वैक्सिंग के नुकसान:
- त्वचा की परत हटाता है: वैक्सिंग के नुकसान में सबसे बड़ा यह है कि यह बालों के साथ-साथ त्वचा की सबसे ऊपरी मृत परत को भी हटा देता है। आंखों के आसपास की नाजुक त्वचा के लिए यह बहुत कठोर हो सकता है।
- जलन और लालिमा: इससे त्वचा में गंभीर लालिमा, जलन और सूजन हो सकती है।
- जलने का खतरा: यदि मोम बहुत अधिक गर्म है, तो त्वचा जल सकती है।
- कुछ लोगों के लिए असुरक्षित: यह संवेदनशील त्वचा, मुंहासे वाली त्वचा या उन लोगों के लिए बिल्कुल भी उपयुक्त नहीं है जो रेटिनॉल (Retinol) या मुंहासों की दवाएं (जैसे Isotretinoin) ले रहे हैं।
आपकी स्किन टाइप में छिपा है जवाब: थ्रेडिंग और वैक्सिंग में क्या बेहतर है?
अब आते हैं सबसे महत्वपूर्ण सवाल पर। अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार सही चुनाव करें।
- अगर आपकी स्किन सेंसिटिव (Sensitive) या एक्ने-प्रोन (Acne-Prone) है:
- विजेता: थ्रेडिंग। वैक्सिंग से होने वाली जलन और खिंचाव आपकी संवेदनशीलता और मुंहासों को बढ़ा सकता है। थ्रेडिंग त्वचा को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करती, इसलिए यह एक बहुत ही सुरक्षित विकल्प है।
- अगर आप रेटिनॉइड्स (Retinoids) या मुंहासों की दवा ले रहे हैं:
- विजेता: थ्रेडिंग। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी (AAD) के अनुसार, रेटिनॉइड्स त्वचा को पतला और संवेदनशील बना देते हैं। ऐसे में वैक्सिंग करने से त्वचा छिल या फट सकती है। इस स्थिति में वैक्सिंग सख्त वर्जित है।
- अगर आपकी हेयर ग्रोथ मोटी और घनी है:
- आपकी पसंद। दोनों ही तरीके प्रभावी हो सकते हैं। वैक्सिंग तेज होगी, जबकि थ्रेडिंग अधिक सटीक आकार दे सकती है।
- अगर आपको बहुत महीन और रोएंदार बाल (Peach Fuzz) हटाने हैं:
- विजेता: वैक्सिंग (सावधानी के साथ)। वैक्सिंग इन महीन बालों को पकड़ने में अधिक प्रभावी होती है, जिससे एक सुपर-क्लीन लुक मिलता है। लेकिन यह केवल तभी करें जब आपकी त्वचा संवेदनशील न हो।

विशेषज्ञ की राय
आंखों के आसपास की नाजुक त्वचा के लिए, मैं लगभग हमेशा वैक्सिंग की तुलना में थ्रेडिंग की सलाह देता हूँ। थ्रेडिंग केवल बालों को लक्षित करती है, जबकि वैक्सिंग त्वचा को खींचती है, इसकी ऊपरी परत को हटाती है और जलन, जलन और पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन के जोखिम को बढ़ाती है। सामयिक रेटिनोइड्स का उपयोग करने वाले या संवेदनशील या मुंहासे वाली त्वचा वाले किसी भी व्यक्ति के लिए, वैक्सिंग एक सख्त ‘नहीं’ है।” – डॉ. अंकिता सिंह, एमडी (त्वचा विशेषज्ञ)
पार्लर में स्वच्छता (Hygiene) का रखें खास ध्यान
- थ्रेडिंग: सुनिश्चित करें कि ब्यूटीशियन एक नए धागे का उपयोग कर रही है और प्रक्रिया से पहले अपने हाथों को साफ करती है।
- वैक्सिंग: सबसे महत्वपूर्ण नियम है “नो डबल-डिपिंग” (No Double-Dipping)। ब्यूटीशियन को हर बार वैक्स पॉट में एक नई, साफ स्टिक (spatula) का उपयोग करना चाहिए।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
थ्रेडिंग और वैक्सिंग में से किसके परिणाम अधिक समय तक चलते हैं?
दोनों ही तरीकों में बालों को जड़ से हटाया जाता है, इसलिए परिणाम लगभग समान समय (3-6 सप्ताह) तक चलते हैं, जो आपके व्यक्तिगत बाल विकास चक्र पर निर्भर करता है।
क्या आइब्रो बनवाने से बाल अधिक मोटे उगते हैं?
नहीं, यह एक मिथक है। बालों को जड़ से हटाने से उनकी बनावट या मोटाई पर कोई असर नहीं पड़ता है।
आइब्रो बनवाने के बाद लालिमा को कैसे कम करें?
प्रक्रिया के बाद उस जगह पर एलोवेरा जेल, कैलामाइन लोशन या बर्फ लगाने से लालिमा और जलन को शांत करने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
तो, थ्रेडिंग और वैक्सिंग में क्या बेहतर है? इसका अंतिम जवाब आपकी त्वचा में छिपा है।
यदि आपकी त्वचा संवेदनशील, मुंहासे वाली है, या आप रेटिनोइड्स का उपयोग कर रहे हैं, तो थ्रेडिंग आपके लिए निर्विवाद रूप से सबसे अच्छा और सुरक्षित विकल्प है। यदि आपकी त्वचा सामान्य और मजबूत है और आप एक तेज प्रक्रिया चाहते हैं, तो आप वैक्सिंग पर विचार कर सकते हैं।
अगली बार जब आप पार्लर जाएं, तो अपनी ब्यूटीशियन को अपनी त्वचा के प्रकार के बारे में बताएं और आदत या दर्द के डर के बजाय एक सूचित निर्णय लें। आपकी त्वचा आपको धन्यवाद देगी।