मम्मी का ब्लड प्रेशर रहता है हाई? न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह, रोज सुबह खाएं यह 1 चीज, कंट्रोल में रहेगा बीपी

हम में से कई लोगों के लिए, मम्मी की सेहत हमारी दुनिया का केंद्र होती है। जब हमें पता चलता है कि उनका ब्लड प्रेशर (BP) बढ़ा हुआ रहता है, तो चिंता होना स्वाभाविक है। हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप, जिसे अक्सर ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है, दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है, खासकर हमारे बड़ों को। दवाएं इसका एक जरूरी हिस्सा हैं, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि सही आहार और जीवनशैली इसे कंट्रोल करने में सबसे बड़ी भूमिका निभाती है। इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि हमारी रसोई में ही एक ऐसी चमत्कारी चीज मौजूद है, जिसे न्यूट्रिशनिस्ट ‘सुपरफूड’ मानते हैं और जो बढ़े हुए बीपी को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।

क्या है हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension)?

सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि हाई ब्लड प्रेशर आखिर है क्या। आसान शब्दों में कहें तो, हमारी रक्त वाहिकाओं (धमनियों) की दीवारों पर खून का दबाव जब सामान्य से बहुत अधिक हो जाता है, तो उस स्थिति को हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप कहते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, इसे सिस्टोलिक (ऊपर वाला नंबर) और डायस्टोलिक (नीचे वाला नंबर) दबाव के रूप में मापा जाता है। 140/90 mmHg या उससे अधिक की रीडिंग को आमतौर पर हाई माना जाता है।

लंबे समय तक बीपी का बढ़ा रहना हृदय, मस्तिष्क, गुर्दे और शरीर के अन्य अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। यही कारण है कि इसे नियंत्रित करना बेहद महत्वपूर्ण है।

उच्च रक्तचाप के लक्षण (high bp ke lakshan)

एक बड़ी चुनौती यह है कि हाई ब्लड प्रेशर के अक्सर कोई शुरुआती लक्षण नहीं होते हैं। कई लोगों को सालों तक पता ही नहीं चलता कि उनका बीपी बढ़ा हुआ है। हालांकि, जब यह बहुत अधिक हो जाता है, तो कुछ लक्षण दिख सकते हैं, जैसे:

अगर आपकी मम्मी या परिवार में किसी को ये लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह

तो वह एक चीज क्या है जिसे डाइट में शामिल करने की सलाह एक्सपर्ट्स देते हैं? वह है अलसी के बीज (Flaxseeds)

इस लेख के लिए मैंने कई न्यूट्रिशनिस्ट और आहार विशेषज्ञों के लेख पढ़े, और लगभग सभी ने अलसी को बीपी कम करने के लिए आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना है। यह छोटे, भूरे रंग के बीज पोषक तत्वों का खजाना हैं और बढ़े हुए रक्तचाप को नियंत्रित करने में अद्भुत काम कर सकते हैं।

अलसी क्यों है इतनी फायदेमंद?

अलसी की ताकत उसके अंदर मौजूद तीन प्रमुख तत्वों में छिपी है:

  1. अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA): यह एक प्रकार का ओमेगा-3 फैटी एसिड है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के अनुसार, ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करने, धमनियों को स्वस्थ रखने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है।
  2. लिग्नन्स (Lignans): अलसी लिग्नन्स का दुनिया में सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक है। ये एंटीऑक्सीडेंट गुणों वाले प्लांट कंपाउंड हैं जो हृदय रोगों के जोखिम को कम करने और बीपी को संतुलित करने में प्रभावी पाए गए हैं।
  3. घुलनशील फाइबर (Soluble Fiber): अलसी में मौजूद फाइबर न केवल पाचन को दुरुस्त रखता है, बल्कि यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी मदद करता है। बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल भी हाई बीपी का एक प्रमुख कारण है।

एक प्रमुख अध्ययन, जो The Journal of Nutrition में प्रकाशित हुआ, ने दिखाया कि जिन लोगों ने नियमित रूप से अलसी का सेवन किया, उनके सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दोनों रक्तचाप में महत्वपूर्ण कमी देखी गई।

विशेषज्ञ की राय “हम मरीजों को हमेशा सलाह देते हैं कि वे अपनी डाइट में अलसी जैसे सुपरफूड्स को जरूर शामिल करें। अलसी में मौजूद ओमेगा-3 और फाइबर सिर्फ ब्लड प्रेशर ही नहीं, बल्कि ओवरऑल कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए भी फायदेमंद हैं। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि यह दवाओं का विकल्प नहीं है, बल्कि एक सहायक उपाय है। जीवनशैली में समग्र बदलाव सबसे ज्यादा जरूरी है।” – डॉ. नेहा गुप्ता, सीनियर डाइटीशियन, मैक्स हेल्थकेयर

मम्मी की डाइट में अलसी कैसे शामिल करें?

अलसी को डाइट में शामिल करना बहुत आसान है। यहाँ कुछ सरल तरीके दिए गए हैं:

कितनी मात्रा सही है? स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, प्रतिदिन 1-2 बड़े चम्मच (लगभग 10-20 ग्राम) पिसी हुई अलसी का सेवन पर्याप्त और सुरक्षित माना जाता है।

सिर्फ अलसी ही नहीं, ये 5 चीजें भी हैं फायदेमंद

जबकि अलसी एक बेहतरीन विकल्प है, हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू उपाय केवल एक चीज तक सीमित नहीं हैं। संतुलित आहार सबसे अच्छा काम करता है। अपनी माँ की डाइट में इन चीजों को भी शामिल करें:

  1. पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ: केला, पालक, शकरकंद और टमाटर। पोटेशियम शरीर में सोडियम के प्रभाव को कम करता है।
  2. लहसुन: अध्ययनों से पता चलता है कि लहसुन रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने में मदद कर सकता है, जिससे बीपी कम होता है।
  3. चुकंदर का रस: इसमें नाइट्रेट होता है, जो रक्तचाप को कम करने के लिए जाना जाता है।
  4. दही: प्रोबायोटिक्स और कैल्शियम से भरपूर दही भी बीपी प्रबंधन में सहायक हो सकता है।
  5. साबुत अनाज: जई (oats), दलिया और ब्राउन राइस फाइबर के अच्छे स्रोत हैं।

जीवनशैली में ये 5 बदलाव भी हैं जरूरी

आहार के साथ-साथ जीवनशैली में कुछ छोटे लेकिन महत्वपूर्ण बदलाव लाना भी आवश्यक है। रक्तचाप कैसे कम करें, इसका जवाब एक समग्र दृष्टिकोण में छिपा है:

  1. नमक कम करें: पैकेट वाले फूड्स, अचार और पापड़ में नमक बहुत ज्यादा होता है। खाने में ऊपर से नमक डालने की आदत छुड़वाएं।
  2. नियमित व्यायाम: रोज कम से कम 30 मिनट की तेज चाल या योगा करने के लिए प्रोत्साहित करें।
  3. तनाव प्रबंधन: ध्यान (meditation), गहरी सांस लेने के व्यायाम या हल्के संगीत सुनने से तनाव कम होता है, जो बीपी को सीधे प्रभावित करता है।
  4. वजन नियंत्रण: बढ़ा हुआ वजन हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
  5. पूरी नींद: हर रात 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना बहुत जरूरी है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न/उत्तर

क्या अलसी खाने से तुरंत ब्लड प्रेशर कम हो जाता है?

नहीं, यह कोई जादू की छड़ी नहीं है। अलसी और अन्य आहार संबंधी बदलावों का असर दिखने में कुछ सप्ताह से लेकर कुछ महीने लग सकते हैं। यह एक दीर्घकालिक उपाय है।

अगर डाइट से बीपी कंट्रोल हो गया है, तो क्या मम्मी अपनी दवाएं बंद कर सकती हैं?

बिल्कुल नहीं। यह एक बहुत ही आम और खतरनाक गलती है। बीपी की कोई भी दवा डॉक्टर की सलाह के बिना कभी भी बंद या कम नहीं करनी चाहिए। आहार और जीवनशैली दवाओं के साथ मिलकर काम करते हैं, उनका विकल्प नहीं हैं।

क्या अलसी के कोई साइड इफेक्ट्स हैं?

आमतौर पर सीमित मात्रा में अलसी सुरक्षित है। हालांकि, शुरुआत में कुछ लोगों को पाचन संबंधी समस्या (जैसे गैस) हो सकती है। इसलिए कम मात्रा से शुरू करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं। साथ ही, पर्याप्त पानी पीना सुनिश्चित करें।

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