ब्लैक कॉफी या दूध वाली कॉफी: सेहत के लिए क्या है बेहतर? जानें फायदे, नुकसान और एक्सपर्ट की राय

black coffee vs milk coffee which one is better

Black Coffee vs Milk Coffee: सुबह की नींद खोलनी हो या दिन भर की थकान मिटानी हो, एक कप गर्मागर्म कॉफी का खयाल ही ताजगी भर देता है। लेकिन जब भी हम कॉफी ऑर्डर करने या बनाने जाते हैं, तो एक सवाल हमेशा मन में आता है – “ब्लैक कॉफी पिएं या दूध वाली?” कुछ लोग ब्लैक कॉफी के कड़क स्वाद और फायदों के दीवाने हैं, तो वहीं कुछ लोगों को दूध वाली क्रीमी कॉफी का साथ पसंद है। यह सिर्फ स्वाद की बहस नहीं है, बल्कि सेहत से भी जुड़ी एक बड़ी दुविधा है।

क्या दूध मिलाने से कॉफी के गुण कम हो जाते हैं? वजन घटाने के लिए कौन सी बेहतर है? इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि इसका कोई एक सीधा जवाब नहीं है। इसका सही जवाब आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य आवश्यकताओं और लक्ष्यों पर निर्भर करता है। आइए, एक स्वास्थ्य पत्रकार के दृष्टिकोण से इस बहस की गहराई में उतरें और जानें कि ब्लैक कॉफी और दूध वाली कॉफी में अंतर क्या है और आपकी सेहत के लिए कौन सी ज्यादा हेल्दी है।

ब्लैक कॉफी: एंटीऑक्सीडेंट्स का शुद्ध और शक्तिशाली स्रोत

जब आप बिना दूध या चीनी के सिर्फ कॉफी बीन्स से बनी कॉफी पीते हैं, तो उसे ब्लैक कॉफी कहते हैं। यह कॉफी का सबसे शुद्ध रूप है।

ब्लैक कॉफी के फायदे:

ब्लैक कॉफी के नुकसान:

दूध वाली कॉफी: पोषण और स्वाद का संगम

जब ब्लैक कॉफी में दूध मिलाया जाता है, तो उसका पोषण प्रोफाइल पूरी तरह से बदल जाता है।

दूध वाली कॉफी के फायदे:

दूध वाली कॉफी के नुकसान:

क्या दूध मिलाने से कॉफी के गुण कम हो जाते हैं?

यह एक बहुत ही आम और महत्वपूर्ण सवाल है। इसका जवाब थोड़ा जटिल है। यह समझना महत्वपूर्ण है, जैसा कि NCBI पर प्रकाशित कुछ अध्ययनों से पता चलता है, कि दूध में मौजूद प्रोटीन ‘केसीन’ (Casein), कॉफी में मौजूद पॉलीफेनोल्स के साथ बंध सकता है। यह बंधन इन एंटीऑक्सीडेंट्स के अवशोषण (absorption) को शरीर में थोड़ा कम कर सकता है।

इसका मतलब क्या है? इसका मतलब यह नहीं है कि दूध मिलाने से सारे एंटीऑक्सीडेंट्स खत्म हो जाते हैं। आपको अभी भी उनके फायदे मिलते हैं, लेकिन शायद उतनी मात्रा में नहीं जितनी ब्लैक कॉफी से मिलते। हालांकि, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है कि यह कमी कितनी महत्वपूर्ण है।

दूध वाली कॉफी या ब्लैक कॉफ़ी कौन सी कॉफी है बेहतर?

सेहत के लिए कौन सी कॉफी बेहतर है, इसका जवाब आपके लक्ष्य पर निर्भर करता है।

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अपनी कॉफी को और भी हेल्दी बनाने के टिप्स

आप चाहे कोई भी कॉफी चुनें, उसे सेहतमंद बनाने के ये तरीके अपनाएं:

  1. चीनी को कहें ‘न’: कॉफी का सबसे बड़ा दुश्मन चीनी है। यह खाली कैलोरी जोड़ती है और सूजन को बढ़ाती है।
  2. सही दूध चुनें: अगर दूध मिला रहे हैं, तो लो-फैट या स्किम्ड मिल्क या अनस्वीटेंड प्लांट-बेस्ड मिल्क (जैसे बादाम या सोया मिल्क) का उपयोग करें।
  3. फ्लेवर्ड सिरप से बचें: बाजार में मिलने वाले फ्लेवर्ड सिरप चीनी से भरे होते हैं।
  4. मात्रा का ध्यान रखें: दिन में 2-3 कप कॉफी पर्याप्त है। अत्यधिक सेवन से बचें।
  5. सही समय पर पिएं: अपनी आखिरी कप कॉफी दोपहर में ही पी लें ताकि रात की नींद खराब न हो।

विशेषज्ञ की राय

“सबसे ‘हेल्दी’ कॉफी वह है जो आपके व्यक्तिगत स्वास्थ्य लक्ष्यों और आहार संबंधी जरूरतों के अनुकूल हो। मेरे वजन घटाने वाले ग्राहकों के लिए, मैं ब्लैक कॉफी की सलाह देता हूँ। जिन्हें अधिक कैल्शियम और प्रोटीन की आवश्यकता है, उनके लिए बिना चीनी की दूध वाली कॉफी एक अच्छा विकल्प हो सकती है। असली दुश्मन दूध नहीं, बल्कि वह चीनी और सिरप है जो लोग इसमें मिलाते हैं।” – डॉ. नेहा गुप्ता, सीनियर डायटीशियन

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

एक दिन में कितने कप कॉफी पीना सुरक्षित है?

अधिकांश स्वस्थ वयस्कों के लिए, प्रतिदिन 400 मिलीग्राम तक कैफीन सुरक्षित माना जाता है, जो लगभग 4 कप ब्रूड कॉफी के बराबर है।

क्या कॉफी से डिहाइड्रेशन होता है?

यह एक आम मिथक है। मध्यम मात्रा में सेवन करने पर, कॉफी में मौजूद पानी कैफीन के हल्के मूत्रवर्धक प्रभाव की भरपाई कर देता है।

कॉफी के लिए कौन सा दूध सबसे अच्छा है?

कम फैट वाला डेयरी दूध या बिना चीनी वाला प्लांट-बेस्ड दूध (जैसे बादाम, सोया, या ओट्स मिल्क) फुल-फैट दूध या क्रीम की तुलना में स्वास्थ्यवर्धक विकल्प हैं।

निष्कर्ष

ब्लैक कॉफी बनाम दूध वाली कॉफी की इस बहस का कोई एक विजेता नहीं है। दोनों के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं, और सही चुनाव पूरी तरह से व्यक्तिगत है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपनी कॉफी को कैसे तैयार करते हैं। चीनी, क्रीम और आर्टिफिशियल फ्लेवर से बचकर आप अपनी दैनिक कॉफी की आदत को एक स्वस्थ अनुष्ठान में बदल सकते हैं। तो, अपनी पसंद की कॉफी का आनंद लें, लेकिन इसे एक सचेत और स्वस्थ तरीके से पिएं।

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