सिर्फ 15 मिनट घास पर नंगे पैर चलें, तनाव, दर्द और नींद की समस्या में मिल सकता है आराम

benefits of barefoot on grass

Walking On Grass Benefits: बचपन की वो यादें याद हैं, जब हम पार्कों में या अपने घर के लॉन में बिना किसी फिक्र के नंगे पैर दौड़ा करते थे? घास की ठंडक और गुदगुदी का एहसास आज भी शायद हमें सुकून देता है। लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में, हमने जूतों और चप्पलों की ऐसी कैद अपना ली है कि हमारा धरती से सीधा संपर्क ही टूट गया है। पर क्या आप जानते हैं कि जिस आदत को हमने बचपन में छोड़ दिया, वह असल में हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक शक्तिशाली thérapie (थेरेपी) हो सकती है?

इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि घास पर नंगे पैर चलने के फायदे (Ghas par nange paer chalne ke fayde) सिर्फ एक पारंपरिक मान्यता नहीं हैं, बल्कि अब आधुनिक विज्ञान भी इसके पीछे के कारणों को समझने की कोशिश कर रहा है। इस प्रक्रिया को ‘अर्थिंग’ या ‘ग्राउंडिंग’ कहा जाता है। आइए, आज एक स्वास्थ्य पत्रकार के दृष्टिकोण से इस सरल लेकिन प्रभावशाली आदत के हर पहलू को समझते हैं – इसके पीछे का विज्ञान क्या है, इससे सेहत को क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं, और इसे करते समय किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए।

क्या है ‘अर्थिंग’ या ‘ग्राउंडिंग’?

अर्थिंग या ग्राउंडिंग क्या है? यह एक बहुत ही सरल अवधारणा है। इसका मतलब है अपने शरीर को पृथ्वी की सतह के सीधे संपर्क में लाना – यानी नंगे पैर मिट्टी, रेत या घास पर चलना।

घास पर नंगे पैर चलने के 5 बड़े फायदे (Benefits Of Walking Barefoot On Grass)

चाहे आप अर्थिंग के सिद्धांत पर विश्वास करें या न करें, नंगे पैर घास पर चलने के कई अन्य सिद्ध स्वास्थ्य लाभ भी हैं।

1. तनाव और चिंता में कमी

यह सबसे तत्काल महसूस होने वाले लाभों में से एक है।

2. सूजन (Inflammation) को कम करने में मददगार

शरीर में पुरानी सूजन कई गंभीर बीमारियों जैसे हृदय रोग, मधुमेह और गठिया की जड़ मानी जाती है।

3. बेहतर नींद की गुणवत्ता

यदि आप रात में ठीक से सो नहीं पाते हैं, तो सुबह कुछ देर घास पर चलना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

4. पैरों के स्वास्थ्य और शारीरिक संतुलन में सुधार

हमारे पैर एक जटिल संरचना हैं, लेकिन जूते उन्हें कमजोर बना देते हैं।

5. आंखों की रोशनी वाला दावा:

यह एक बहुत ही प्रचलित मान्यता है कि सुबह ओस वाली घास पर नंगे पैर चलने से आंखों की रोशनी तेज होती है।

विशेषज्ञ की राय

"बायोमैकेनिकल दृष्टिकोण से, प्राकृतिक सतहों पर नंगे पैर चलना पैरों की आंतरिक मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए उत्कृष्ट है, जो अक्सर आधुनिक जूते-चप्पलों के कारण कमजोर हो जाती हैं। हालांकि 'अर्थिंग' पर शोध अभी भी उभर रहा है, लेकिन तनाव में कमी और बेहतर स्वास्थ्य की वास्तविक रिपोर्टें महत्वपूर्ण हैं। यह एक सरल, मुफ्त अभ्यास है जो माइंडफुलनेस और प्रकृति के साथ जुड़ाव को प्रोत्साहित करता है, जिसके अपने सिद्ध स्वास्थ्य लाभ हैं।" - डॉ. विवेक Sinclair, फिजियोथेरेपिस्ट और वेलनेस एक्सपर्ट, नई दिल्ली

नंगे पैर चलने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

इस सरल आदत का लाभ उठाने के लिए कुछ सावधानियां बरतना भी जरूरी है।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

दिन का कौन सा समय नंगे पैर चलने के लिए सबसे अच्छा है?

सुबह का समय सबसे अच्छा माना जाता है, जब घास ठंडी और ओस से भीगी होती है और सूरज की किरणें हल्की होती हैं। हालांकि, आप किसी भी समय चल सकते हैं जब तक कि जमीन का तापमान आरामदायक हो।

क्या सूखी घास पर चलना भी उतना ही फायदेमंद है?

पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करने और संतुलन में सुधार के लिए यह फायदेमंद है। हालांकि, ‘अर्थिंग’ के सिद्धांत के अनुसार, नमी वाली या ओस से भीगी घास इलेक्ट्रॉनों की बेहतर संवाहक होती है।

कितनी देर और कितनी बार चलना चाहिए?

शुरुआत में सप्ताह में कुछ दिन 10-15 मिनट से शुरू करें। जैसे-जैसे आपके पैर अभ्यस्त होते जाएं, आप समय बढ़ा सकते हैं। नियमितता अवधि से अधिक महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष:

घास पर नंगे पैर चलने के फायदे शारीरिक और मानसिक दोनों स्तरों पर महसूस किए जा सकते हैं। यह पैरों को मजबूत करने, तनाव को कम करने और प्रकृति के साथ एक गहरा संबंध महसूस करने का एक मुफ्त और सुलभ तरीका है। ‘अर्थिंग’ का उभरता हुआ विज्ञान इसके पीछे के गहरे लाभों की ओर इशारा करता है, जो हमें यह याद दिलाता है कि हम इस धरती का ही एक हिस्सा हैं।

तो, अगली बार जब आपको मौका मिले, तो कुछ मिनटों के लिए अपने जूते उतारें और अपने पैरों को धरती को छूने का मौका दें। बस थोड़ी सी सावधानी के साथ, यह छोटी सी आदत आपके समग्र स्वास्थ्य और कल्याण में एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव ला सकती है।

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