गुड़ का पानी पीने के 4 फायदे: ‘बॉडी डिटॉक्स’ से लेकर ‘खून बढ़ाने’ तक, जानें सच्चाई और सही तरीका

benefits of drinking jaggry water

भारतीय रसोई में गुड़ (Jaggery) का स्थान सिर्फ एक मीठे पदार्थ के रूप में नहीं, बल्कि एक औषधि के रूप में भी रहा है। सदियों से हमारे बड़े-बुजुर्ग सफेद चीनी की जगह गुड़ के सेवन की सलाह देते आए हैं। हाल के दिनों में, सोशल मीडिया पर गुड़ का पानी पीने के फायदे को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं, जैसे – “यह शरीर के कोने-कोने की सफाई करेगा” और “तेजी से नया खून बनने लगेगा”।

लेकिन क्या ये दावे सिर्फ पारंपरिक मान्यताएं हैं या इनके पीछे कोई वैज्ञानिक आधार भी है? इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि गुड़ वास्तव में पोषक तत्वों का एक खजाना है, और जब इसे गर्म पानी के साथ लिया जाता है, तो इसके कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। आइए, एक स्वास्थ्य पत्रकार के दृष्टिकोण से इन दावों की सच्चाई को परखते हैं और जानते हैं कि गुड़ का पानी आपके लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है और इसका सेवन करते समय किन बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है।

सफेद चीनी से क्यों बेहतर है गुड़?

यह समझना महत्वपूर्ण है कि गुड़ को सफेद चीनी से बेहतर क्यों माना जाता है। सफेद चीनी बनाने की प्रक्रिया में गन्ने के रस के सभी पोषक तत्व, जैसे मिनरल्स और विटामिन्स, हटा दिए जाते हैं और बचती हैं सिर्फ ‘खाली कैलोरी’।

इसके विपरीत, गुड़ को पारंपरिक तरीके से बनाया जाता है, जिससे उसमें गन्ने के रस की अच्छाई बनी रहती है। गुड़ और चीनी में अंतर यही है कि गुड़ में सुक्रोज के साथ-साथ आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक और सेलेनियम जैसे महत्वपूर्ण खनिज भी मौजूद होते हैं।

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गुड़ का पानी पीने के 4 फायदे (Benefits of Eating Jaggery with Warm Water in Hindi)

आइए अब उन 4 मुख्य फायदों की बात करते हैं जिनका दावा किया जाता है।

1. ‘तेजी से बनने लगेगा नया खून’ – सच्चाई: एनीमिया से बचाव में सहायक

गुड़ का पानी पीने का सीधा संबंध शरीर में खून की कमी दूर करने के उपाय से है।

2. शरीर के कोने-कोने की सफाई’ – सच्चाई: लिवर डिटॉक्स में मददगार

3. इम्युनिटी को दे मजबूती (Boosts Immunity)

4. पाचन सुधारे, कब्ज से राहत (Improves Digestion)

विशेषज्ञ की राय

“पोषण की दृष्टि से, सफेद चीनी की तुलना में गुड़ निश्चित रूप से एक बेहतर विकल्प है क्योंकि इसमें आयरन और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं। सुबह गर्म पानी के साथ इसका सेवन पाचन तंत्र को सक्रिय करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। लेकिन, मधुमेह के रोगियों को यह समझना चाहिए कि गुड़ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी उच्च होता है और यह उनके रक्त शर्करा को बढ़ाएगा। संयम ही कुंजी है।” – सुश्री अदिति मेहरा, पंजीकृत आहार विशेषज्ञ,

कैसे करें इस्तेमाल और पीने का सही समय क्या है?

गुड़ का पानी किसे नहीं पीना चाहिए?

एक आम सवाल जो पाठक अक्सर पूछते हैं, “क्या कोई भी गुड़ का पानी पी सकता है?” इसका जवाब है, नहीं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

एक दिन में कितना गुड़ खाना सुरक्षित है?

अधिकांश स्वस्थ वयस्कों के लिए, प्रतिदिन 10-15 ग्राम (एक छोटा टुकड़ा) गुड़ का सेवन पर्याप्त और सुरक्षित माना जाता है।

कौन सा गुड़ सबसे अच्छा होता है – हल्का या गहरा?

आमतौर पर, गहरे रंग का गुड़ (डार्क ब्राउन या काला) कम परिष्कृत (less refined) होता है और उसमें खनिजों की मात्रा हल्के रंग के गुड़ की तुलना में अधिक होती है। इसलिए, स्वास्थ्य लाभ के लिए गहरे रंग का गुड़ बेहतर माना जाता है।

क्या मैं इसे ठंडे पानी में पी सकता हूँ?

हाँ, आप इसे ठंडे पानी में भी पी सकते हैं, खासकर गर्मियों में शरबत के रूप में। हालांकि, पाचन और डिटॉक्स के लिए गर्म पानी के साथ इसके फायदे अधिक माने जाते हैं।

निष्कर्ष

गुड़ का पानी एक पारंपरिक और पोषक तत्वों से भरपूर पेय है जो वास्तव में आपके स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचा सकता है। ‘शरीर की सफाई’ (डिटॉक्सिफिकेशन) और ‘खून बढ़ाने’ (एनीमिया से बचाव) जैसे दावों के पीछे वैज्ञानिक आधार मौजूद है। यह आपकी इम्युनिटी और पाचन के लिए भी एक बेहतरीन टॉनिक हो सकता है।

हालांकि, इसे ‘रामबाण’ या ‘चमत्कारी इलाज’ समझना एक भूल होगी। गुड़ का पानी पीने के फायदे (Gud ka pani peene ke fayde) तभी हैं जब इसे एक स्वस्थ जीवनशैली के हिस्से के रूप में संतुलित मात्रा में लिया जाए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मधुमेह के रोगियों को इससे दूर रहना चाहिए। अपनी रसोई में मौजूद इस पारंपरिक मिठास को अपनाएं, लेकिन इसकी सीमाओं को समझते हुए और हमेशा अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्यों के लिए है और यह पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी चिंता, विशेषकर यदि आप मधुमेह के रोगी हैं, तो अपनी डाइट में कोई भी बदलाव करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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