जामुन ही नहीं, इसकी गुठली भी है ‘अमृत’: जानिए इसके पाउडर के फायदे और बनाने की विधि

jamun ke beej ka powder khane ke benefits

गर्मियों का मौसम आते ही बाजारों में गहरे बैंगनी रंग के रसीले जामुनों की बहार आ जाती है। इसका खट्टा-मीठा स्वाद हर किसी को पसंद आता है। हम सब जामुन बड़े चाव से खाते हैं और उसकी गुठलियों को बेकार समझकर फेंक देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस गुठली को आप कचरा समझते हैं, वह असल में सेहत का एक अनमोल खजाना है? आयुर्वेद में सदियों से जामुन की गुठली को एक शक्तिशाली औषधि माना गया है, और अब आधुनिक विज्ञान भी इसके गुणों पर मुहर लगा रहा है।

इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि जामुन की गुठली के फायदे (jamun ki guthli khane ke fayde) सिर्फ एक पारंपरिक मान्यता नहीं, बल्कि वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित हैं। आप इस मौसमी फल की गुठलियों का पाउडर बनाकर पूरे साल इसका लाभ उठा सकते हैं। आइए, इस लेख में हम गहराई से जानते हैं कि जामुन की गुठली किन 4 मुख्य समस्याओं में आपके लिए ‘वरदान’ साबित हो सकती है, इसका पाउडर कैसे बनाएं और सेवन का सही तरीका क्या है।

जामुन: सिर्फ एक मौसमी फल नहीं, सेहत का खजाना

गुठली पर आने से पहले, यह जानना ज़रूरी है कि जामुन का फल भी गुणों से भरपूर है। जामुन खाने के फायदे में शामिल हैं:

असली ‘वरदान’ है जामुन की गुठली: क्या कहता है विज्ञान?

अब बात करते हैं उस हिस्से की जिसे हम फेंक देते हैं। जामुन की गुठली में कुछ खास बायोएक्टिव कंपाउंड्स (bioactive compounds) होते हैं जो इसे बेहद शक्तिशाली बनाते हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इसमें जैम्बोलिन (Jamboline) और जैम्बोसीन (Jambosine) नामक अल्कलॉइड होते हैं। यह समझना महत्वपूर्ण है, जैसा कि NCBI पर प्रकाशित प्रमुख अध्ययनों से पता चलता है, कि ये यौगिक रक्त में शुगर के रिलीज की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते हैं। ये स्टार्च को शुगर में बदलने की दर को नियंत्रित करते हैं, जो इसके मधुमेह-रोधी गुणों का मुख्य कारण है।

जामुन की गुठली के 4 प्रमुख फायदे

1. डायबिटीज के प्रबंधन में मददगार (Helpful in Diabetes Management)

यह जामुन की गुठली का सबसे प्रसिद्ध और वैज्ञानिक रूप से समर्थित लाभ है।

2. पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त (Keeps the Digestive System Healthy)

एक स्वस्थ पेट ही स्वस्थ शरीर की निशानी है।

3. शरीर को करे डिटॉक्स और खून बढ़ाए (Detoxifies the Body and Increases Blood)

जामुन की गुठली एक शक्तिशाली डिटॉक्सिफाइंग एजेंट के रूप में भी काम करती है।

4. ब्लड प्रेशर और हृदय स्वास्थ्य में सहायक (Aids in Blood Pressure and Heart Health)

यह आपके दिल के लिए भी फायदेमंद हो सकती है।

विशेषज्ञ की राय

आयुर्वेद में, जामुन की गुठली को उसके ‘कषाय’ (astringent) और मधुमेह-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है। आधुनिक शोध भी इसके हाइपोग्लाइसेमिक प्रभावों की पुष्टि करते हैं। यह एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे पारंपरिक ज्ञान आधुनिक स्वास्थ्य के लिए प्रासंगिक हो सकता है। हालांकि, मधुमेह के रोगियों को इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।” – वैद्य अंजलि शर्मा, B.A.M.S

इसे भी पढ़े: Benefits of Munakka milk: रोज जरूर पिएं 1 गिलास मुनक्का वाला दूध, मिलेंगे ये फायदे

जामुन का पाउडर बनाने की विधि: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

एक आम सवाल जो पाठक अक्सर पूछते हैं, वह है कि जामुन का पाउडर बनाने की विधि क्या है। यह बहुत आसान है:

  1. जामुन खाने के बाद गुठलियों को इकट्ठा कर लें और उन्हें अच्छी तरह धो लें ताकि उन पर लगा गूदा निकल जाए।
  2. गुठलियों को एक साफ कपड़े पर फैलाकर 3-4 दिनों के लिए छाया में सुखाएं। धूप में न सुखाएं, क्योंकि इससे उनके औषधीय गुण नष्ट हो सकते हैं।
  3. जब गुठलियां पूरी तरह सूख जाएं और हल्की हो जाएं, तो वे तोड़ने में आसान हो जाएंगी। उन्हें किसी भारी चीज से तोड़कर उनके अंदर की हरी गिरी निकाल लें।
  4. इन गिरियों को भी 2-3 दिन और छाया में सुखाएं ताकि बची हुई नमी निकल जाए।
  5. पूरी तरह सूख जाने पर, इन गिरियों को मिक्सर ग्राइंडर में डालकर एक महीन पाउडर बना लें।
  6. इस पाउडर को एक एयरटाइट कांच के जार में स्टोर करें।

जामुन की गुठली का सेवन का सही तरीका और सावधानियां

99% लोग नहीं जानते बादाम को छिलके के साथ या बिना छिलके के खाना, जानिए कौन सा तरीका है फायदेमंद

Saunf Khane ke Fayde :खाना खाने के बाद सौंफ खाने के यें है लाभ

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

जामुन की गुठली का पाउडर कब तक स्टोर कर सकते हैं?

यदि इसे एक सूखे और एयरटाइट कंटेनर में ठीक से स्टोर किया जाए, तो यह पाउडर 6 महीने से लेकर एक साल तक अच्छा रह सकता है।

क्या बिना डायबिटीज वाला व्यक्ति भी इसका सेवन कर सकता है?

हाँ, कोई भी व्यक्ति इसके पाचन संबंधी और एंटीऑक्सीडेंट लाभों के लिए कम मात्रा में इसका सेवन कर सकता है।

जामुन की गुठली का पाउडर का स्वाद कैसा होता है?

जामुन की गुठली का पाउडर स्वाद में थोड़ा कसैला (astringent) और कड़वा हो सकता है।

निष्कर्ष

अगली बार जब आप गर्मियों में जामुन का आनंद लें, तो उसकी गुठलियों को फेंकने की गलती न करें। जामुन की गुठली के फायदे इसे एक साधारण कचरे से कहीं बढ़कर, एक शक्तिशाली औषधि बनाते हैं, खासकर मधुमेह के प्रबंधन, पाचन स्वास्थ्य और शरीर को डिटॉक्स करने के लिए।

इस सरल, पारंपरिक ज्ञान को अपनाकर आप प्रकृति के इस अनमोल उपहार का लाभ पूरे साल उठा सकते हैं। बस याद रखें, यह एक सहायक उपाय है, किसी बीमारी का इलाज नहीं। इसे अपनी जीवनशैली में जिम्मेदारी से शामिल करें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा पेशेवर चिकित्सा सलाह को प्राथमिकता दें।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्यों के लिए है और यह पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी चिंता, विशेषकर यदि आप मधुमेह या रक्तचाप के रोगी हैं, तो इसका सेवन शुरू करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Exit mobile version