पोहा पसंद है तो ये 7 अलग रेसिपी जरूर सीख लें, स्वाद और सेहत का मिलेगा डबल डोज

पोहा… यह सिर्फ एक नाश्ता नहीं, बल्कि भारत के करोड़ों लोगों के लिए एक इमोशन है। हल्का, सुपाच्य, झटपट तैयार होने वाला और स्वादिष्ट, पोहा हर घर का पसंदीदा हेल्दी नाश्ते के विकल्प में से एक है। सुबह की चाय के साथ कांदा पोहा हो या शाम की हल्की भूख के लिए मसालेदार पोहा, इसने हमारे दिलों और प्लेटों में एक खास जगह बनाई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह साधारण सा दिखने वाला व्यंजन स्वाद और सेहत का एक ऐसा कैनवास है, जिस पर आप अनगिनत रंग भर सकते हैं?
इस लेख के लिए अपने शोध में, मैंने पाया कि पोहा सिर्फ एक ही तरीके से नहीं, बल्कि कई अलग-अलग और पौष्टिक तरीकों से बनाया जा सकता है। एक स्वास्थ्य पत्रकार के नाते, मेरा उद्देश्य आपको सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि सेहत से भरपूर विकल्प देना है। अगर आप भी रोज एक ही तरह का पोहा खाकर ऊब चुके हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है। आइए, आज हम पोहा खाने के फायदे को समझते हुए 7 अलग और लाजवाब पोहा रेसिपी सीखते हैं, जो आपके स्वाद को एक नई उड़ान देंगी और सेहत को भी दुरुस्त रखेंगी।
सिर्फ स्वाद नहीं, सेहत का पावरहाउस है पोहा
इससे पहले कि हम रेसिपी की दुनिया में खो जाएं, यह जानना जरूरी है कि पोहा सेहत के लिए इतना अच्छा क्यों है।
- पचाने में आसान: पोहा चपटे चावल से बनता है, जो पेट पर बहुत हल्का होता है और आसानी से पच जाता है।
- एनर्जी का स्रोत: यह कार्बोहाइड्रेट का एक अच्छा स्रोत है, जो आपको दिन भर के लिए तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।
- आयरन से भरपूर: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, पोहा बनाने की प्रक्रिया में चावल को लोहे के रोलर्स से गुजारा जाता है, जिससे इसमें आयरन की मात्रा बढ़ जाती है।
- ग्लूटेन-फ्री: यह प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-फ्री होता है, इसलिए यह ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प है।
- प्रोबायोटिक: पोहा बनाने की प्रक्रिया में चावल को भिगोकर किण्वित (ferment) किया जाता है, जिससे यह एक अच्छा प्रोबायोटिक भोजन बन जाता है जो आंत के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
एक पोहा, सात सेहतमंद अंदाज
अब तैयार हो जाइए अपने पसंदीदा पोहे को एक नया और सेहतमंद रूप देने के लिए।
1. मिक्स वेजिटेबल पोहा
यह पोहे को और भी पौष्टिक बनाने का सबसे आसान तरीका है।
- स्वास्थ्य लाभ: रंग-बिरंगी सब्जियां जैसे गाजर, मटर, शिमला मिर्च और बीन्स मिलाने से पोहे में फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स की मात्रा बढ़ जाती है।
- विधि: सामान्य कांदा पोहा बनाते समय, प्याज भूनने के बाद अपनी पसंदीदा बारीक कटी हुई सब्जियों को डालें। उन्हें 2-3 मिनट तक पकाएं ताकि वे थोड़ी नरम हो जाएं लेकिन उनका कुरकुरापन बना रहे। फिर भीगा हुआ पोहा और मसाले डालकर मिलाएं।
2. स्प्राउट्स पोहा
यह वेट लॉस के लिए पोहा का एक बेहतरीन विकल्प है क्योंकि यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ रखता है।
- स्वास्थ्य लाभ: अंकुरित मूंग या मोठ मिलाने से पोहे में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा काफी बढ़ जाती है। यह मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए और वजन प्रबंधन के लिए उत्कृष्ट है।
- विधि: पोहा बनाते समय, जब आपका तड़का तैयार हो जाए, तो उसमें एक कप अंकुरित दाल डालें और एक मिनट के लिए भूनें। इसके बाद पोहा डालकर मिलाएं।

3. दही पोहा
यह दक्षिण भारत में लोकप्रिय एक बहुत ही आरामदायक और ठंडा व्यंजन है।
- स्वास्थ्य लाभ: दही एक बेहतरीन प्रोबायोटिक है, जो आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह पेट को ठंडक पहुंचाता है और गर्मियों के लिए एक आदर्श नाश्ता है।
- विधि: मोटे पोहे को धोकर नरम कर लें। एक कटोरे में ताजा दही, पोहा, स्वादानुसार नमक, बारीक कटी हरी मिर्च और धनिया मिलाएं। ऊपर से राई और करी पत्ते का तड़का लगाएं।
4. सोया पोहा
जो लोग शाकाहारी हैं और अपने प्रोटीन का सेवन बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए यह एक शानदार विकल्प है।
- स्वास्थ्य लाभ: सोया ग्रेन्यूल्स (granules) प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं। यह पोहे को एक संतुलित भोजन बनाता है।
- विधि: सोया ग्रेन्यूल्स को 10 मिनट के लिए गर्म पानी में भिगो दें, फिर पानी निचोड़ लें। पोहा बनाते समय प्याज के साथ इन ग्रेन्यूल्स को भी भूनें और फिर बाकी की प्रक्रिया पूरी करें।
5. इंदौरी पोहा
इंदौर का प्रसिद्ध पोहा अपने अनूठे स्वाद के लिए जाना जाता है। हम इसे थोड़ा हेल्दी ट्विस्ट दे सकते हैं।
- स्वास्थ्य लाभ: अनार के दाने एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C से भरपूर होते हैं। सौंफ पाचन में मदद करती है।
- विधि: पोहा बनाने के बाद, इसे परोसते समय ऊपर से बारीक कटा प्याज, नींबू का रस, जीरावन मसाला (अगर उपलब्ध हो), सौंफ और ढेर सारे अनार के दानों से गार्निश करें। पारंपरिक तले हुए सेव की जगह भुने हुए मेवे डाल सकते हैं।
6. मूंगफली मसाला पोहा
यह रेसिपी पोहे को एक क्रंची और पौष्टिक बनावट देती है।
- स्वास्थ्य लाभ: मूंगफली प्रोटीन और स्वस्थ मोनोअनसैचुरेटेड फैट का अच्छा स्रोत है, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
- विधि: भुनी हुई मूंगफली को दरदरा पीस लें। पोहा तैयार होने के बाद, आंच बंद करके उसमें यह पिसी हुई मूंगफली और थोड़ा नींबू का रस मिलाएं।

7. गुड़ और नारियल वाला मीठा पोहा
जब कुछ मीठा और सेहतमंद खाने का मन हो, तो यह रेसिपी आजमाएं।
- स्वास्थ्य लाभ: चीनी की जगह गुड़ का उपयोग करने से आपको आयरन मिलता है। ताजा नारियल स्वस्थ फैट और फाइबर प्रदान करता है।
- विधि: पतले पोहे को दूध या पानी में हल्का भिगोएं। एक पैन में थोड़ा घी गरम करें, उसमें कद्दूकस किया हुआ गुड़ और ताजा कद्दूकस किया हुआ नारियल डालकर एक मिनट पकाएं। अब इसमें भीगा हुआ पोहा और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं। ऊपर से कटे हुए मेवे डालकर परोसें।
विशेषज्ञ की राय
"पोहा एक उत्कृष्ट नाश्ते का विकल्प है क्योंकि यह हल्का होने के साथ-साथ ऊर्जा और आयरन का एक अच्छा स्रोत है। इसकी असली खूबी इसके अनुकूलन में है। स्प्राउट्स या सोया मिलाकर आप इसके प्रोटीन को बढ़ाते हैं, जिससे यह एक संपूर्ण भोजन बन जाता है। विभिन्न प्रकार की सब्जियां जोड़ने से इसका फाइबर और विटामिन प्रोफाइल बेहतर होता है। यह सबसे बहुमुखी और स्वस्थ भारतीय नाश्तों में से एक है।" - डॉ. अदिति मेहरा, रजिस्टर्ड डाइटीशियन, न्यू दिल्ली]
अपने नाश्ते को बनाएं और भी बेहतर
पोहा सिर्फ एक झटपट बनने वाला नाश्ता नहीं है, यह आपकी रचनात्मकता और स्वास्थ्य के लिए एक खुला मैदान है। कांदा पोहा निश्चित रूप से क्लासिक है, लेकिन इन 7 अलग-अलग और सेहतमंद रेसिपी को आजमाकर आप अपने स्वाद को एक नया अनुभव दे सकते हैं और अपने आहार में अधिक पोषण शामिल कर सकते हैं। अगली बार जब आप पोहा बनाने की सोचें, तो इन विकल्पों में से किसी एक को चुनें और देखें कि कैसे यह साधारण व्यंजन एक असाधारण और हेल्दी नाश्ते के विकल्प में बदल जाता है।
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(FAQs)
क्या पोहा खाने से वजन बढ़ता है?
नहीं, जब इसे कम तेल और ढेर सारी सब्जियों के साथ बनाया जाता है, तो पोहा वजन प्रबंधन के लिए एक बेहतरीन कम कैलोरी वाला विकल्प है। मात्रा पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है।
डायबिटीज के मरीज क्या पोहा खा सकते हैं?
हाँ, लेकिन सीमित मात्रा में। इसमें फाइबर युक्त सब्जियां और प्रोटीन (जैसे स्प्राउट्स) मिलाने से ग्लाइसेमिक प्रतिक्रिया को प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है। अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श करना सबसे अच्छा है।
कौन सा पोहा सबसे हेल्दी होता है – मोटा या पतला?
पोषण की दृष्टि से दोनों समान हैं। मोटा पोहा नमकीन व्यंजन बनाने के लिए बेहतर है क्योंकि यह जल्दी गलकर हलवा नहीं बनता। लाल पोहा एक और भी स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है क्योंकि यह लाल चावल से बनता है और इसमें अधिक फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।